उदयपुर पोस्ट। उदयपुर की फिजां में हर तरह से ज़हर घोलने की तैयारी हो रही है। कुछ अमन के दुश्मन अपनी राजनीति दुकानदारी के चलते उदयपुर से अपने ज़हर घोलने का कार्यक्रम शुरू करना चाहते है जिससे कि उनकी धर्म की ठेकेदारी कुछ और चल सके। नफरत फैलाने के लिए मुद्दा बनाया है हत्यारे शम्भू लाल के समर्थन में रैली निकालना । जिला प्रशासन और पुलिस को सचेत रहना होगा अगर पुलिस प्रशासन ने समय रहते कोई पुख्ता कदम नहीं उठाया तो मेवाड़ में किसी अनहोनी होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
राजस्थान के राजसमन्द जिले में श्रमिक का क़त्ल कर ह्त्या कर विडियो वायरल करने के बाद तो जैसे नफरत की राजनीति पर रोटियां सेंकने वालो की बल्ले बल्ले हो गयी है। विशेष संगठन से जुड़े कुछ टुच्चे लोगों ने एक हैवान हत्यारे के समर्थन में सोशल मिडिया पर मेसेजों की बाढ़ ला दीहै। इस तरह की राजनीति और अपनी संगठन की दूकान को चमकाने में कई छोटे मोटे लोग बढ़ चढ़ कर भड़काऊ बाते और मेसेज वायरल कर रहे है।
यही नहीं “उपदेश राणा” नाम का हिंदूवादी संगठन से जुड़ा युवक तो 14 दिसंबर को उदयपुर पहुच कर हत्यारे शम्भूलाल के समर्थन में रैली तक निकालने का आव्हान फेसबुक और व्हात्सप के जरिये कर रहा है। हालाँकि उसके समर्थकों की संख्या बीसियों में ही सिमित है लेकिन फेसबुक वाल पोस्ट पर मुस्लिम समाज के लिए जिस तरह की खुल कर भड़काऊ पोस्ट डाली जा रही है उससे उदयपुर की शांत फिजां में आग लगाने की तैयारी कही जा सकती है।
यही नहीं उसने अपनी पोस्ट पर चार दिन पहले मुस्लिम समाज द्वारा निकलने वाले जुलुस को भी यह कह कर प्रचारित किया की मेरे खिलाफ मुस्लिम समाज वहां जुलुस निकाल रहा है।
हालाँकि उसकी इस तरह की भड़काऊ पोस्ट और उदयपुर जैसे शांत शहर का माहोल खराब करने के इरादे को भांपते हुए कुछ जागरूक मुस्लिम युवाओं ने जिला कलक्टर और एसपी को ज्ञापन दे कर सचेत भी किया है कि कुछ नफरत की राजनीति कर अपने संगठनों की रोटियां सेंकने वाले लोगों के नापाक इरादे उदयपुर का माहोल खराब करने का है।
उदयपुर पोस्ट भी जिला कलक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक से निवेदन करता है कि इस तरह की भड़काऊ पोस्ट दाल कर शहर और मेवाड़ का माहोल खराब करने वालों के खिलाफ समय रहते कारवाई करें। जिस रैली को 14 दिसंबर को निकाले जाने की बात फेसबुक के जरिये की जा रही है उसका मकसद भी सिर्फ ज़हर घोलना और आग लगाना ही मात्र है इस बात के लिए भी पुलिस प्रशासन उचित संज्ञान लेकर कारवाई करे।
एक बात यह सच है और हकीकत है कि शम्भुनाथ जैसे हत्यारे का समर्थन महज कुछ स्वार्थी और अपनी राजनीति की दूकान चलाने वालों ने ही की है जो इसके बल पर अपने छोटे मोटे संगठन को बढ़ावा दे सकें जबकि एक आम नागरी वो चाहे हिन्दू हो या मुस्लिम हो या चाहे किसी धर्म का हो उस हत्यारे की भर्त्सना की है और उसके लिए फांसी की सजा की मांग ही की है। इसलिए शहर सहित मेवाड़ के सभी धर्म के लोगों को भी इस बात के लिए आगाह करना चाहता हूँ कि, हत्या के बाद हत्यारे को महिमामंडित करने वाले मेसेज कुछ चंद विकृत लोग ही कर रहे है जिनकी संख्या बहुत ज्यादा नहीं है। आम शहरी आम नागरिक इस तरह की ह्त्या के भर्त्सना करता है और हत्यारे को फांसी की मांग करता है। बस समझना आपको है कि इस तरह के मेसेज और पोस्ट से सिर्फ नफरत की आग फैला कर अपना स्वार्थ सिद्द कर रहे है और इन्हें कामयाब नहीं होने देना है क्यूँ कि अगर शांत फिजां बिगड़ गयी तो ये नफरत की दूकान चलाने वाले लोग कामयाब हो जायेगें।