परस्पर सौंपी अपराधियों एवं सूचनाओं की जानकारी
अपराधों पर हो सकेगी कडी रोकथाम
उदयपुर, प्रदेश के दक्षिणांचल राजस्थान एवं गुजरात की सीमा पर होने वाले बालश्रम, मादक पदार्था की रोकथाम एवं वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिये आज उदयपुर में दोनों प्रदेशों के सीमावर्ती पुलिस महानिरीक्षकों एवं जिला पुलिस अधीक्षकों सहित आला अधिकारियों की बैठक में कई सूचनाओं का आदान-प्रदान किया गया।
राजस्थान स्टेट माईन्स एण्ड मिनरल लिमिटेड के सभागार में गुजरात के पुलिस महानिरीक्षक (रेंज गांधीनगर) शमशेर सिंह, उदयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक टी.सी. डामोर ने इस अवसर पर दोनों राज्यों में वांछित अपराधियों की सूची सहित कई सूचनाओं का आदान-प्रदान किया। इससे दोनों राज्यों के सीमावर्ती जिलों से होने वाले बालश्रम एवं गो-वंश तस्करी, अवैध शराब परिवहन की रोकथाम एवं मादक पदार्थो की रोकथाम के लिये प्रभावी कार्यवाही हो सकेगी ।
उदयपुर रेंज पुलिस महानिरीक्षक टी.सी.डामोर ने बताया कि बैठक मे राजस्थान के उदयपुर से लगे निकटवर्ती गुजरात राज्य के जिला पुलिस अधिक्षक सहित आला अधिकारियों ने सूचना का आदान-प्रदान किया है। राजस्थान ने गुजरात को ५५० वांछित अपराधियों की सूची पुलिस अधिकारियों को सौंपी गई है तथा गुजरात ने ४५० अपराधियों की सूची सौंपी है । उन्होंने बताया कि इन अपराधों की रोकथाम के लिये दोनों राज्यों की सीमाओं पर नाके तय किये गये है जिस पर दोनों राज्यों की पुलिस समन्वय बनाकर नाकाबन्दी करेगी। इन नाकों पर प्रभावी नियन्त्रण के लिये दोनों सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधिक्षक भौतिक निरीक्षण भी करेंगे।
इस अवसर पर गुजरात के पुलिस महानिरीक्षक शमशेर सिंह ने बताया कि राजस्थान ने ११८ गंभीर अपराधियों की सूची सौंपी है जो गुजरात में वांछित है जबकि गुजरात ने राजस्थान में वांछित ९३ गंभीर अपराधियों की सूची परस्पर आदान-प्रदान की । उन्होंने बताया कि इस बैठक में दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों नाकाबन्दी कर अवैध शराब की रोकथाम, गों-वंश की तस्करी की रोकथाम, थानों में बिना क्लेम हुए वाहनों के निस्तारण आदि पर प्रभावी कदम उठाए गए हैं। बैठक में जिला पुलिस अधिक्षक हरिप्रसाद शर्मा ने भी इस सम्बन्ध में अपराधों की रोकथाम के सम्बन्ध में पुलिस द्वारा की जा रही कार्य योजना की जानकारी दी ।