मीरा गर्ल्स कॉलेज में मतगणना पर रोक के लिए छात्राएं पहुची हाईकोर्ट के दरवाजे पर

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DSC_0324उदयपुर। हर साल कोई न कोई चुनाव के दौरान अपना कॉलेज सरकार द्वारा अधिग्रहण कर लेने से परेशान हो चुकी मीरा गर्ल्स कॉलेज कि छात्राएं आखिरकार हाईकोर्ट कि शरण में पहुच गयी और उन्होंने चुनावी अधिग्रहण से अपने कॉलेज को मुक्त कराने के लिए जनहित याचिका लगा दी।

मीरा गर्ल्स कॉलेज कि छात्रा तबस्सुम व् अन्य छह अपनी सहयोगी छात्राओं के साथ मिल कर अपने कॉलेज को चुनावी अधिग्रहण से मुक्त कराने के लिए जोधपुर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कि है। जिसमे बताया गया है कि चुनाव के दौरान उनका कॉलेज सरकार द्वारा एक से डेड महीने के लिए अधिग्रहण कर लिया जाता है। जिससे करीब ४००० छात्राओं की पढ़ाई का नुकसान होता है। इस दौरान कॉलेज में कोई क्लास नहीं लग पाती पढाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाती है। छात्राओं ने मतगणना के लिए और भी विकल्प सुझाये है । जहां मतगणना हो सकती है। छात्राओं का कहना है कि शहर के थोड़ा बाहर साइड में कई बड़ी बड़ी सरकारी इमारते खाली पड़ी है जिसमे मतगणना हो सकती है । जैसे रेलवे ट्रेनिंग स्कूल, एस आई आर टी की इमारत, एम् जी कॉलेज का ही छात्रावास जिसके आगे खेल का लम्बा चौड़ा मैदान भी है। सब्सिटी सेंटर , आदि कई जगह है जहाँ मतगणना करवाई जा सकती है।

 

यु जी सी के नियमों कि भी अवहेलना :

छात्राओं की याचिका को हाईकोर्ट तक पहुचाने में आगे आये सीनियर अधिवक्ता अरुण व्यास के अनुसार यु जी सी के नियमों कि भी अवहेलना की जारही है। क्यों कि युजीसी के नियम नुसार हर शैक्षणिक संस्थान में १८० दिन तक क्लासे चलना अनिवार्य है। और यहाँ तो १८० दिन भी पुरे नहीं हो रहे । यूनिवर्सिटी के चुनाव के दौरान भी क्लासे नहीं लगती, इसके अलावा दिवाली और सर्दियों कि छुट्टिया आ जाती है फिर हर साल कोई न कोई चुनाव हो जाता है जिसके लिए करीब डेड महीने के लिए कॉलेज को अधिग्रहित कर लिया जाता है। इस हिसाब से साल में १८० दिन भी कॉलेज कि क्लासें नहीं चलती।

 

पूर्व में कलेक्टर और सम्भागीय आयुक्त को ज्ञापन दिए गए है :

छात्राओं ने बताया कि इस विषय को लेकर हमने पूर्व में कई बार जिला कलेक्टर और सम्भागीय आयुक्त को ज्ञापन दे चुके है | लेकिन इस दिशा में कभी किसी ने नहीं सोचा। मीरा गर्ल्स कॉलेज के स्टाफ और प्रिंसिपल को भी अधिग्रण के सम्बन्ध में कारवाई करने को कहा लेकिन कोई आगे नहीं आता। छात्राओं ने बताया कि स्टाफ तो यह सोच कर आगे नहीं आता कि इसी बहाने महीने डेड महीने की छुट्टियां का आनंद मिल जाता है ।

 

इनका कहना। ………………………।

 

चुनाव प्रक्रिया महत्वपूर्ण होती है और इसके लिए मीरा गर्ल्स कॉलेज पूरी तरह सुरक्षित है । छात्रों कि पढ़ाई का नुकसान भी नज़र अंदाज़ नहीं किया जा सकता इसके लिए कोई न कोई हल निकला जाएगा । हाईकोर्ट कि याचिका के बारे में जानकारी नहीं है । फिर भी इसका समस्या का निराकरण किया जाएगा। …. आशुतोष पढ़ेनेकर – उदयपुर जिला कलेक्टर

Shabana Pathan
Shabana Pathanhttp://www.udaipurpost.com
Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

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