उदयपुर . मावली से जामनगर, राजकोट व द्वारका के लिए जल्द ही सीधी ट्रेन की सुविधा मिलेगी। रेलवे ने नाथद्वारा से वाया द्वारका होते हुए ओखा (गुजरात) तक नई ट्रेन की मंजूरी दी है। यह ट्रेन सप्ताह में एक बार चलेगी। इससे दो कृष्ण नगरी (गुजरात में द्वारका) का सीधा जुड़ाव होगा। इससे मावली क्षेत्र सहित मेवाड़ से द्वारका की यात्रा करने वालों को भी सुविधा मिलेगी।
वेस्टर्न व नार्थ वेस्टर्न रेलवे के अधिकारियों की बैठक में जल्द ही रूट और टाइम-टेबल का निर्धारण होगा। करीब दो साल पहले बड़ी लाइन में तब्दील हुए मावली-नाथद्वारा ट्रैक पर लंबे समय से ट्रेन चलाने की मांग की जा रही थी। रेलवे द्वारा हाल ही प्रदेश में पांच नई ट्रेनों के संचालन को मंजूरी दी है।
इसमें एक ट्रेन नाथद्वारा से ओखा (गुजरात) तक के लिए भी मिली है। नई ट्रेन नाथद्वारा से मावली जंक्शन होते हुए गुजरेगी। इससे जहां गुजरात, महाराष्ट्र, अहमदाबाद व देशभर से श्रीनाथजी के दर्शनार्थ नाथद्वारा आने वालों की यात्रा सुविधाजनक व कम खर्चीली होगी, वहीं इससे समय भी बचेगा।
ये हैं प्रस्तावित रूट
1. नाथद्वारा से मावली, चित्तौड़, अजमेर, मारवाड़ जंक्शन, आबू रोड, पालनपुर, वीरमगाम, सुरेंद्रनगर, राजकोट, जामनगर तथा द्वारका होते हुए सीधा ओखा तक जुड़ाव हो सकता है। जानकारों की मानें तो यह रूट कम दूरी वाला होने से रेलवे के साथ ही यात्रियों के लिए भी फायदेमंद रहेगा। वर्तमान में उदयपुर से इस रूट के लिए कोई ट्रेन नहीं है। अजमेर से जुड़ाव होने पर वहां के यात्रियों को भी नाथद्वारा व द्वारका तक की ट्रेन मिलने से यात्री भार बढ़ेगा।
नाथद्वारा (मंडियाना) का रेलवे स्टेशन श्रीनाथजी के मंदिर से करीब 13 किलोमीटर दूर है। वर्तमान में बांद्रा-उदयपुर व इंदौर-उदयपुर ट्रेनों से श्रीनाथजी आने वाले यात्रियों के लिए नाथद्वारा व मावली से टैक्सियों की सुविधा मिलती है। नाथद्वारा तक नई ट्रेन चलने के बाद वहां से श्रीनाथजी जाने वाले यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए नाथद्वारा अथवा मावली से टैक्सियां चल सकती है। इससे टैक्सी संचालकों का धंधा बढ़ेगा। इसके साथ ही नाथद्वारा स्टेशन के आस पास भी चहल-पहल बढऩे से कई लोगों के लिए रोजगार की संभावनाएं खुलेंगी।
ये होंगे फायदे
राजसमंद से गुजरात की ट्रेन का सीधा जुड़ाव होने से मार्बल उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। गुजरात से श्रीनाथजी के दर्शन करने आने वाले यहां के उद्योगों का भी लाभ ले सकेंगे। इसके साथ ही नाथद्वारा व राजसमंद से गुजरात के विभिन्न शहरों में नौकरी पेशा व व्यापार के उद्देश्य से यात्रा करने वालों को भी फायदा होगा।
धार्मिक
द्वारका तक सीधी ट्रेन मिलने से राजसमंद व उदयपुर जिलों के साथ मेवाड़ से राजस्थान के श्रीनाथजी व गुजरात के प्रसिद्ध द्वारका मंदिर का सीधा जुड़ाव होगा। इससे मेवाड़ से द्वारका की तीर्थयात्रा पर जाने वाले लोगों को भी सुविधा मिलेगी। वर्तमान में मेवाड़ से द्वारका के लिए कोई सीधी बस अथवा ट्रेन नहीं है, इस कारण तीर्थ यात्रा पर जाने वाले द्वारका की यात्रा से या तो वंचित रह जाते हैं, अथवा अहमदाबाद होते हुए द्वारका जाना पड़ता है। गुजरात का सीधा जुड़ाव होने से व्यापार के क्षेत्र में भी बढ़ोतरी होगी।