एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्त वर्ष में आपको विभिन्न सेवाओं के लिए जेब कुछ और ढीली करनी पड़ सकती है। निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक, धनलक्ष्मी बैंक और सिटी यूनियन बैंक सेवा शुल्क बढ़ा रहे हैं। खास तौर से डिमांड ड्राफ्ट, डुप्लीकेट पिन, एसएमएस अलर्ट जैसी सेवाओं के लिए अधिक पैसे देने होंगे।
लेकिन, भारत की दूसरी सबसे बड़ी बजट एयरलाइन कंपनी स्पाइस जेट लिमिटेड ने एक रुपए में टिकट (टैक्स और जरूरी फीस छोड़ कर) बेचने का एलान किया है। यह फायदा एक जुलाई से यात्रा करने वालों को मिलेगा। यह ऑफर एक से तीन अप्रैल तक टिकट खरीद पर लागू होगा।
आज से लागू हो रहीं कई नई व्यवस्थाएं
सब्सिडी वाले 12 सिलेंडर मिलेंगे
रेलवे के सेकंड क्लास और एसी चेयर कार में भी आटोमैटिक बर्थ अपग्रेडेशन व्यवस्था लागू। यदि आप ट्रेन में रिजर्वेशन के बावजूद सफर नहीं कर सके तो गाड़ी छूटने के दो घंटे के भीतर रिफंड लेना होगा।
पहले जनरल वेटिंग लिस्ट के यात्रियों की टिकट पहले कन्फर्म होगी।
बीमा दावों का ऑनलाइन होगा निपटारा।
नए वित्त वर्ष से होंगे ये महत्वपूर्ण परिवर्तन
सब्सिडी वाले 12 सिलेंडर
एक अप्रैल से मार्च 2015 तक सब्सिडी वाले 12 गैस सिलेंडर मिलेंगे। यानी 13वां सिलेंडर लेने पर आपको सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा।
दिल्ली वालों को सस्ती बिजली व पानी नहीं
बीते तीन माह से दिल्लीवासियों को मिल रही सस्ती बिजली और पानी की आपूर्ति एक अप्रैल से बंद हो जाएगी। अब दिल्ली वालों को सस्ती दर से प्रति माह 20 किलोलीटर तक पानी और 400 यूनिट तक बिजली की आपूर्ति नहीं होगी।
अरविंद केजरीवाल सरकार ने तीन माह पहले 400 यूनिट तक सस्ती बिजली देने की घोषणा की थी, लेकिन मार्च माह खत्म होते ही सस्ती बिजली की यह आपूर्ति बंद हो जाएगी। इसी तरह 20 किलोलीटर तक नि:शुल्क पानी की आपूर्ति भी मंगलवार से बंद हो जाएगी।
बर्थ अपग्रेडेशन व्यवस्था
रेलवे के सेकंड क्लास और एसी चेयर कार में भी आटोमैटिक बर्थ अपग्रेडेशन व्यवस्था लागू होगी। इसके तहत सेकंड क्लास के यात्रियों को जगह होने पर चेयरकार में अपग्रेड कर दिया जाएगा।
दो घंटे के अंदर लें रिफंड
यदि आप ट्रेन में रिजर्वेशन के बावजूद सफर नहीं कर सके तो गाड़ी छूटने के दो घंटे के भीतर रिफंड लेना होगा। नहीं तो किराया वापस नहीं होगा। पहले 10 दिन तक किराया रिफंड हो जाता था।
पहले इनकी टिकट होगी कन्फर्म
जनरल वेटिंग लिस्ट के यात्रियों की टिकट पहले कन्फर्म होगी। फिर सीट बची तो तत्काल कोटे के यात्रियों को मौका दिया जाएगा। गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर का सर्टिफिकेट लगाने पर लोअर बर्थ मिलेगी।
बीमा दावों का ऑनलाइन होगा निपटारा
बीमा कंपनियां दावों का निबटारा ऑनलाइन करेंगी। थर्ड पार्टी इन्श्योरेंस के तहत कार पर 20 फीसदी और बाइक पर 10 फीसदी ज्यादा प्रीमियम वसूलेंगी।
मोटर बीमा कवर दो तरह का होता है- थर्ड पार्टी कवर और ओन डैमेज कवर। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत हर वाहन धारक के लिए थर्ड पार्टी कवर लेना जरूरी होता है। थर्ड पार्टी कवर दुर्घटना होने पर पीड़ित को मुआवजे के लिए कवर मुहैया कराता है। वहीं, ओडी कवर गाड़ी को होने वाले नुकसान के खिलाफ कवर मुहैया कराता है।
बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने हाल ही में थर्ड पार्टी प्रीमियम की दरों में औसतन 13 फीसदी तक वृद्धि की है। इसके तहत कार और टैक्सियों के लिए थर्ड पार्टी प्रीमियम 20 फीसदी तक बढ़ाया गया है।
थर्ड पार्टी मोटर बीमा प्रीमियम महंगा होने के बाद अब मोटर बीमा धारकों को ओन डैमेज (ओडी) सेगमेंट में भी ज्यादा प्रीमियम चुकाना पड़ेगा। साधारण बीमा कंपनियां लेबर कॉस्ट और स्पेयर्स पार्ट्स की कीमतों में बढ़ोत्तरी के मद्देनजर ओडी सेगमेंट का प्रीमियम 10-15 फीसदी तक बढ़ा सकती हैं। इसका ज्यादा असर महंगी कारों और मिड सेगमेंट की कारों के प्रीमियम पर दिखेगा।
निजी क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनी भारती अक्सा जनरल इन्श्योरेंस के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अमरनाथ अनंतनाराणन ने ‘बिजनेस भास्कर’ को बताया कि ओडी सेगमेंट में भी मोटर बीमा प्रीमियम महंगा हो सकता है। महंगाई की दर अगर 10 फीसदी के आधार पर देखें तो पिछले एक वर्ष में लेबर कॉस्ट बढ़ी है और डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने से स्पेयर पार्ट्स का आयात भी महंगा हुआ है। ऐसे में साधारण बीमा कंपनियां ओडी सेगमेंट का प्रीमियम 10 फीसदी तक बढ़ा सकती हैं। अनंतनारयणन का कहना कि महंगाई के कारण रिपेयरिंग लागत में भी इजाफा हुआ है। इसमें कर्मचारियों को ज्यादा वेतन देना भी शामिल है। अनंतनारयणन के मुताबिक, थर्ड पार्टी सेगमेंट में प्राइसिंग साधारण बीमा कंपनियों को तय करनी चाहिए। बीमा नियामक थर्ड पार्टी दरों को नियंत्रण मुक्त करने पर विचार कर रहा है। इससे साधारण बीमा कंपनियां जोखिम के आधार पर प्रीमियम तय कर सकेंगी।
बजाज आलियांज जनरल इन्श्योरेंस के हेड (मोटर इन्श्योरेंस) विजय कुमार का कहना है कि अगले एक-दो माह में साधारण बीमा कंपनियां ओडी सेगमेंट का प्रीमियम संशोधित कर सकती हैं। पिछले एक वर्ष के दौरान लेबर चार्ज 15-20 फीसदी बढ़ा है। महंगाई की दर के आधार पर स्पेयर पार्ट्स भी महंगे हुए हैं। विजय कुमार के मुताबिक, हाल ही में थर्ड पार्टी प्रीमियम बढ़ा है। ऐसे में बीमा कारोबार के लिहाज से बीमा कंपनियां एक वर्ष पूरा होने पर थर्ड पार्टी प्रीमियम बढ़ने के असर का आकलन करने के बाद ओडी सेगमेंट का प्रीमियम संशोधित करेंगी।
वहीं, सरकारी क्षेत्र की एक साधारण बीमा कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि नए वाहनों की बिक्री कम होने से नई गाड़ियों का बीमा कारोबार पहले से कमजोर चल रहा है। ऐसे में ओडी सेगमेंट में प्रीमियम बढ़ाने की गुंजाइश कम है। हालांकि, महंगाई बढ़ने के कारण बढ़ी हुई रिपेयेरिंग कॉस्ट का बोझ तो ग्राहकों को ही उठाना पड़ेगा।