उदयपुर । राजकीय आदर्ष आयुर्वेद औशधालय सिंधी बाजार, फूटा दरवाजा, उदयपुर में विश्व पर्यावरण दिवस पर अरावली क्षेत्र में पाई जाने वाली वनौषधियों संबंधित विशाल प्रदर्शनी औषधालय के योग कक्ष मंे लगाई गई। प्रदर्शनी का उद्घाटन जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. हंसलता परमार एवं डॉ. रमेशचन्द्र भूतिया द्वारा किया गया।
आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. औदीच्य ने बताया कि पर्यावरण ही स्वास्थ्य का मूल मंत्र है। यदि पर्यावरण ही नष्ट हो जायेगा तो मनुष्य ही नहीं समस्त प्राणी जगत का जीना दुलर्भ हो जायेगा एवं आयुर्वेद की समस्त औषधि बिना वनस्पति के बनना संभव नही है यदि वनौषधियां ही नही रही तो वह दिन दूर नही जब मानव का स्वास्थ्य रक्षण करने हेतु वनौषधियों की कमी हो जायेगी एवं मानव का अस्तित्व संकट में आ जायेगा। अतः समस्त आयुर्वेदविज्ञ एवं आम जनता से आग्रह है कि अधिक से अधिक वनौषधि वृक्ष लगाकर पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ स्वयं की रक्षा भी करें।
प्रदर्शनी में राष्ट्रीय कलाविज्ञ रविन्द्र दायमा, प्रदीप आमेटा, विकास औदिच्य, रूकमणी कलासुआ, अमृतलाल परमार, इन्दिरा डामोर, रूकमणी परमार, गजेन्द्र आमेटा एवं नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। यह प्रदर्शनी औषधालय समय में आम जनता के लिए खुली रहेगी।