मनन चतुर्वेदी को मिला स्वातंत्र्यवीर साँवरकर राष्ट्रीय पुरस्कार ,
मनन चतुर्वेदी की सुरमन संस्थान को मिला वीर साँवरकर पुरुस्कार ,
उदयपुर . राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी (राज्यमंत्री) को महाराष्ट्र के पुणे में स्थित वीर साँवरकर मंडल पुणे द्वारासामाजिक क्षेत्र में किये गए अद्भुद कार्य को देखकर वीर साँवरकर मंडल द्वारा मनन चतुर्वेदी की संस्था “सुरमन संस्थान” को यह पुरस्कार मिला । यह पुरस्कार पहलीबार किसी राजस्थानी महिला और संस्था को प्राप्त हुआ है ।
मनन चतुर्वेदी विगत 20 वर्षों से लगातार अनाथ, असहाय, ओर गरीब बच्चों के पालन पोषण का कार्य बिना सरकारी सहायता के कर रही है । चतुर्वेदी ने 20 वर्षो के सफरमें संघर्ष पूर्ण जीवन के साथ ही इन बच्चों को पाला , बच्चों के पालन-पोषण के लिए मनन चतुर्वेदी ने थियटर, शार्ट मूवी, बोगेनवेलिया मैगजीन, ओर 24 घंटे , 72 घंटेतक लगातार खड़े रहकर , बिना खाना खाएं, बिना बैठे, बिना सोये हाथो से पेंटिंग बनाकर वर्तमान में 127 बच्चों का पालन पोषण कर रही है । ओर 570 बच्चों को उनकेमाता पिता से मिला चुकी है जो अपने माता पिता के साथ पुनर्वासित किया जा चुका है।
मनन चतुर्वेदी के इन संघर्ष को देखकर ही सम्पूर्ण भारत की अनेक संस्थाओ के भ्रमण ओर कार्यशैली तथा संघर्ष को देखकर ही महाराष्ट्र स्वातंत्र्यवीर साँवरकर मंडल पुणेद्वारा सुरमन संस्थान को इस पुरस्कार से नवाजा गया।
मुख्य अतिथि महाराष्ट्र सरकार के खेल , युवा कल्याण और सांस्कृतिक मंत्री , श्री विनोद तावड़े , ओर पुणे महापौर सुभाष चुत्तर ने मनन चतुर्वेदी को वीर साँवरकरपुरुस्कार प्रदान किया ।
मनन चतुर्वेदी को पुरुस्कार मिलने की खुशी में राजस्थानी प्रवासी संघटनों ने मनन चतुर्वेदी के स्वागत में मिलन समारोह का आयोजन किया गया।
सुरमन संस्थान को मिले पुरुस्कार की खुशी में मनन चतुर्वेदी ने बताया कि यह पुरुस्कार बच्चों के उस प्यार को मिला है जिसको बच्चों ने मुझे दिया और मुझे मां के रूपमें स्वीकार किया ।इसलिये यह पुरस्कार उन बच्चों को मिला है जो मेरे साथ मेरे बच्चे बनकर रह रहे है।
वीर साँवरकर मंडल ने मनन चतुर्वेदी के सामाजिक क्षेत्र में इस पवित्र सेवा भाव के लिए अपनी ओर से बधाई दी ।