अब तक ये माना जाता था कि शरारती तत्व और पढ़ाई बीच में छोड़ देने वाले चेन स्नैचिंग में शामिल होते है। लेकिन बेंगलूरू पुलिस तब हैरान रह गई जब बीते रविवार को पकड़ा गया चेन स्नैचर एक जानी मानी एमएनसी फर्म का मैनेजर निकला।
एमबीए डिग्रीधारी सांईकट गुइन एक जानी मानी फाइनेंशियल संस्था में ऑपरेशन एनालिस्ट डेवलपमेंट मैनेजर के पद पर था। इस चेन स्नैचर का सहयोगी 20 साल का स्टूडेंट शौनक दत्ता था। जो स्थानीय कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता है।
दोनों ने मिलकर शहर में अब तक 20 से ज्यादा चेन स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम दिया है। मैनेजर और स्टूडेंट की जोड़ी पिछले एक साल से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त है।
सांईकट और शौनक एक ही शहर कोलकाता के रहने वाले है। पुलिस के मुताबिक दोनों की मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। एक ही शहर केहोने के कारण दोनों दोस्त बने और फिर अपराध के पेश में सहयोगी भी।
25 हजार रूपए की सैलरी पाने वाले सांईकट ने आलीशान जिंदगी जीने और खर्चो को पूरा करने के लिए चेन स्नैचिंग करना शुरू किया। सांईकट की योजना अगले महीने शादी करने की थी। जबकि शौनक ने अपने एजुकेशन लोन को चुकाने के लिए चेन स्नैचिंग का रास्ता चुना। लुटी गई चेन को दोनों ज्लैवर्स और ब्रोकर्स के पास बेच देते।
इस कुख्यात जोड़ी पर लगभग एक दर्जन से ज्यादा चेन स्नैचिंग की गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। सांईकट के पास यामाहा आर15 जबकि शौनक के पास पिलियन बाइक थी। लेकिन बीते रविवार को दोनों पुलिस के चंगुल से बच नहीं पाए।
रविवार को दोनों अपनी बाइक के साथ शिकार की तलाश में थे। तभी उन्हें लावण्या जो कि अपने पति के साथ पिलियन बाइक पर थी, उन्हें नजर आई। दोनों ने उनका पीछा किया और ओरिएंटल बैंक के पास शौनक ने चेन पर झपट्टा मारा।
लावण्या ने शोर मचाते हुए खुद को संभाला। जिसके बाद सांईकट और शौनक ने भागना शुरू कर दिया। लेकिन लावण्या के पति रेड्डी ने अपनी पत्नी से कहा कि वह दोनों का पीछा करें। इसके साथ ही रेड्डी ने पुलिस को भी खबर की, जो शौनक और सांईकट को ढूंढ़ रहे थे। बाबूसाब पाल्या जंक्शन के पास दोनों अपराधियों को पुलिस ने दबोच लिया।
पूछताछ में दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने कहा, “हम इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे है कि दोनों आरोपियों ने चैन स्नैचिंग की कितनी घटनाओं को अंजाम दिया है। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और जांच जारी है।
बेंगलुरू में हर साल चेन स्नैचिंग के औसतन 400 मामले दर्ज किए जाते है। एक सप्ताह पहले ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने चेन स्नैचिंग की घटनाओं को रोक पाने में असफल बेंगलुरू पुलिस की भत्र्सना की थी।