उदयपुर। आतंकी हमले की अलर्ट के बाद शहर के सभी बड़े शिव मंदिरों में पुलिस की चौकस सुरक्षा व्यवस्था के बीच महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। हर-हर महादेव से शिवालय गुंजायमान है। कल रात से ही एकलिंग जी सहित शहर के के सभी बड़े छोटे मंदिरों पर हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु भांग, धतूरा, बेलपत्र, गन्ना, जल, दूध, अच्छत से जलाभिषेक कर रहे हैं। शहर में बसे शिवजी के हर मंदिर और शिवालय में महाशिवरात्रि की धूम है। आज अल सुबह चार बजे से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है और हर-हर महादेव के जयकारे लग रहे है। मंदिरों के आसपास को भांग, धतूरा, फूल, माला आदि की दूकानें सजी हुई है।
बारह साल के बाद ऐसा मौका आया है, जब महाशिवरात्रि सोमवार के दिन मनाई जा रही है। शिव की आराधना का प्रमुख दिन माने जाने वाले सोमवार को महाशिवरात्रि की तिथि पड़ना बेहद शुभ माना जा रहा है। इस शुभ मोके पर श्रद्धालुओं की संख्या हर शिवालय पर ज्यादा देखने को मिल रही है।
है अलर्ट के बाद शहर में भी सुरक्षा बढ़ी :
दस आतंकी गुजरात में घुस आने और शिवरात्रि पर मंदिरों आतंकी वारदात किये जाने की सूचना के बाद देश भर में हाई अलर्ट कर दिया गया था। उदयपुर के भी प्रसिद्द मंदिरों के बाहर जिला पुलिस अधीक्षक ने सुरक्षा के पुरे पुख्ता इंतज़ाम किये है। पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि शहर भर के थानों को अलर्ट कर हर मंदिर के बाहर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी है। जहाँ ज्यादा भीड़ है वहां पर सादा वर्दी धारी पुलिस कर्मियों को तैनात कर हर संदिग्ध पर नज़र राखी जा रही है। बस स्टेण्ड रेलवे स्टेशन से लेकर मण्डितों तक सुरक्षा के पुरे इंतज़ाम किये है । एसपी गोयल ने बताया कि वर्दी धारी पुलिस कर्मियों के अलावा १५० से अधिक सादा वर्दी धारी पुलिस कर्मी लगाए गए है। मंदिरों के बाहर यातायात की व्यवस्था भी पुख्ता की गयी है ।
शिवालयों में धार्मिक अनुष्ठान कतारे :
पंडितों के अनुसार फाल्गुन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर घनिष्ठा नक्षत्र में आज पूरे दिन शिव की आराधना होगी। यह भी एक संयोग है कि इस बार महाशिवरात्रि को सिंहस्थ कुंभ का योग मिल रहा है। देव ग्रह गुरु इस दिन सिंह राशि में गोचर करेंगे ऐसे में यह दिन और ज्यादा श्रेष्ठ हो जाता है। महाशिवरात्रि के मौके पर शहर के मंदिरों में विविध धार्मिक अनुष्ठान भी किये जारहे है। महाकालेश्वर मंदिर, हजारेश्वर, गुप्तेश्वर, हाटकेश्वर, नीलकंठ, पीपलेश्वर सहित शहर के सभी मंदिरों में अल सुबह से पूजा-अर्चना के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की कतारें लगी हुई है। मंदिरों में भगवान भोलेनाथ की झांकियां सजाई गयी है। इधर, ढिकली गांव में सेगराधुणी स्थित श्रीकुलम् आश्रम में शिव-पार्वती विवाह महोत्सव भी आयोजित किया जारहा है। यही पर गृहशांति यज्ञ भी होगा। बिलेश्वर महादेव मंदिर खारोल कालोनी में खारोल समाज मेवाड़ सोमवार को शिव दरबार, सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जारहे है।
महाकालेशवर और एकलिंगजी में भक्तों की भीड़ :
शहर के अंदर स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों की लाइन सुबह 4 बजे से ही लगना शुरू हो गयी थी। मंदिर के पीछे से जलाभिषेक करने की व्यवस्था की गई है। सुबह सात बजे मंगला आरती की गयी सुबह10 बजे से विशेष पूजा अर्चना, शृंगार, भैरव प्रतिष्ठा एवं ध्वजारोहण किया गया। शाम 6 बजे गंगा घट पर 1008 दीपों से महाआरती की जाएगी। शाम सात बजे भजन संध्या होगी। मंदिर में सुरक्षा के लिए 16 सीसीटीवी लगाए गए हैं।
शहर से २० किलोमीटर दूर अरावली की पहाड़ियों के बीच बेस मेवाड़ के अधिपति एकलिंग जी भगवान के भक्तों की दीवानगी तो कल शाम से सिर चढ़ कर बोल रही है। शाम से पैदल जाने वाले श्रद्धालुओं का रैला लगा हुआ है। भोले बाबा के जय कारों के साथ पैदल यात्री एकलिंग जी के दर्शन को पहुंच रहे है । कई भक्तों और स्वयं सेवी संगठनों ने स्टाल लगा कर पैदल यात्रियों के लिए इंतज़ाम किये थे। मंदिर तक जाने के लिए शहर से रोडवेज ने भी अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की। पुलिस के पुख्ता इंतज़ाम सहित मंदिर के पहले दोनों चोर पर पार्किंग की व्यवस्था की गयी थी।
झामेश्वर जी में मेला :
झामेश्वर महादेव पर तीन दिवसीय मेले का आगाज कल विशाल भजन संध्या से हुआ। देर रात तक भजन संध्या हजरों श्रद्धालु उमड़े और रात भर चली भजनों की सवर्सरिता का लाभ लिया। गायक महेंद्र सिंह राठौर व नीता नायक ने भजनों की प्रस्तुति दी। आज अलसुबह महादेव का अभिषेक कर विशाल आरती हुयी। महादेव का श्रंगार किया गया। यहाँ पर तीन दिन तक मेला आयोजित होगा जिसमे शहर सहित आसपास के कई गांवों के लोग भाग लेंगे ।