पी टी ऊषा पन्नाधाय, राहुल कँवल को हल्दीघाटी, जे पी लोस्टी जेम्स टॉड, प्रसून जोशी हकीम खाँ सूर व पर्यावरणप्रेमी अमला रूईया महाराणा उदयसिंह सम्मानों से होंगे अलंकृत
उदयपुर, महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के इस वर्ष होने वाले 34वें वार्षिक अलंकरण समारोह के अवसर पर ब्रिटिश लायब्रेरी के एशियन डिपार्टमेन्ट में 35 वर्ष तक क्युरेटर के पद पर सेवा देने वाले जे. पी. लोस्टी, मीडिया कम्युनिकेशन के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले राहुल कंवल, अपनी कविताओं के माध्यम से सामाजिक चेतना लाने वाले प्रसून जोशी, जल संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली अमला अशोक रूइया, भारतीय धावकों की मानसिकता में ‘क्या हम कर सकते हैं’ से ‘हम कर लेंगे’ वाली सकारात्मकता लाने वाली भारतीय उडऩपरी के नाम से विख्यात पी टी ऊषा को महाराणा मेवाड़ फाउण्डेशन के अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के अलंकरणों से सम्मानित किया जाएगा।
फाउण्डेशन के वर्ष 2016 के अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय अलंकरणों की सोमवार को घोषणा करते हुए वार्षिक अलंकरण समारोह के संयोजक डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि अलंकरण समारोह आगामी 6 मार्च, 2016, रविवार को सायं 4.00 बजे सिटी पैलेस उदयपुर के माणक चौक प्रांगण में आयोजित होगा, जिसमें ये अलंकरण फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह जी मेवाड़ प्रदान करेंगे तथा समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रकवि बालकवि बैरागी द्वारा की जावेगी।
अलंकरण समारोह के संयोजक डॉ. गुप्ता ने बताया कि भारत के प्रति सार्वभौम सम्पादित स्थायी मूल्यों की सेवाओं के उपलक्ष्य में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिवर्ष दिया जाने वाला कर्नल जेम्स टॉड अलंकरण जे. पी. लोस्टी को भारतीय चित्रकारी के साथ ही 1649 से 1653 के मध्य मेवाड़ में बनी रामायण पर आधारित चित्रकारी पर शोध एवं पुस्तक लेखन कर भारतीय एवं विदेशी शोधकर्ताओं को नई दिशा प्रदान की। इस अलंकरण के तहत 111001/- की राशि, तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किए जाएंगे।
वर्ष 1996 में स्थापित इस अलंकरण से अब तक मार्क टुली, सर वी. एस. नॉयपॉल, डॉ. चितरंजन एस. राणावत, लुईजी जॉन्जी, एम.एम. कै, सुप्रसिद्ध अभिनेता-निर्माता एवं निर्देशक लार्ड रिचर्ड एटनबरो, अब्बास सादडीवाला, रूडोल्फ दम्पत्ति, सर नून, एन्ड्रयु टॉप्सफिल्ड, मिंजा यांग, प्रो. जोन डी स्मिथ आदि विभूतियों को सम्मानित किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि लोकप्रिय युवा पत्रकारों में जानी मानी शख्सियत राहुल कंवल अपनी बेबाकी के लिए प्रख्यात हैं। श्री कंवल को राष्ट्रीय स्तर का हल्दीघाटी अलंकरण प्रदान किया जाएगा।
वर्ष 1982 में स्थापित हल्दीघाटी सम्मान से अब तक कर्पूर चन्द्र कुलिश, विनोद दुआ, प्रणव रॉय, मृणाल पाण्डे, एम.जे. अकबर, कुलदीप नैयर, धर्मवीर भारती एवं मुम्बई के स्वतन्त्र पत्रकार मुजफ्फर हुसैन, शेखर गुप्ता, आलोक मेहता, प्रबलप्रताप सिंह, तवलीन सिंह, संजीव श्रीवास्तव, हरिन्दर बावेजा, गुलाब कोठारी, अरनाब गोस्वामी, पियूष पाण्डे सहित अनेक हस्तियाँ सम्मानित हो चुकी है।
संयोजक गुप्ता ने बताया कि साम्प्रदायिक सद्भाव, देशप्रेम एवं राष्ट्रीय एकता और अखण्डता के क्षेत्र में स्थायी सेवाओं के लिये दिया जाने वाला राष्ट्रीय स्तर का हकीम खाँ सूर अलंकरण इस बार अपनी कविताओं एवं साहित्य के माध्यम से सामाजिक सौहार्द एवं सामाजिक चेतना जगाने वाले प्रसून जोशी को प्रदान किया जा रहा है।
संयोजक गुप्ता के अनुसार पर्यावरण संरक्षण-संवद्र्धन के क्षेत्र में की गई स्थाई मूल्य की सेवाओं के लिए महाराणा उदयसिंह अलंकरण इस वर्ष राजस्थान एवं महाराष्ट्र के क्षेत्रों में जल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाली पर्यावरणप्रेमी श्रीमती अमला अशोक रूईया को प्रदान किया जाएगा।
अपने निर्धारित दायित्व की सीमा से ऊपर उठकर किये गये कार्य के लिये दिया जाने वाला राष्ट्रीय स्तर का पन्नाधाय अलंकरण भारतीय धावकों में ‘क्या हम कर सकते हैं’ से ‘हम कर लेंगे’ की भावना जाग्रत करने वाली भारत की उडऩपरी के नाम से विख्यात पी टी ऊषा को प्रदान किया जाएगा। वर्तमान में उषा ने एक स्कूल का आरम्भ किया है जहाँ भारतीय कन्याओं को एथलिट्स की नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जा रही है। वर्ष 2012 में आपकी एक शिष्या ओलंपिक गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी है व वर्ष 2016 में आयोजित होने वाले ओलंपिक गेम्स में भी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। आपका लक्ष्य है अधिक से अधिक कन्याओं को आगे बढ़ाया जा सके।
वर्ष 1997 में स्थापित इस अलंकरण से अब तक स्व. प्रो. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम, अरूणा रॉय, करमबीर सिंह कांग, आम्टे दम्पत्ति, कैप्टन सौंधी सहित 17 विभूतियां सम्मानित हो चुकी हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर दिये जाने वाले उक्त चारों अलंकरणों के तहत प्रत्येक विभूति को 51001 रु. नकद, तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किए जाएंगे। फाउण्डेशन के अलंकरण समारोह के संयोजक ने बताया कि इन सभी विभूतियों ने फाउण्डेशन की ओर से उन्हें प्रदत्त अलंकरण ग्रहण करने के लिए आगामी 6 मार्च को उदयपुर आने की सहमति प्रदान कर दी है।