गोपालगंज। सदियो से एक कहावत चली आ रही है कि प्यार अंधा होता है। प्यार के चलते इंसान अच्छा-बुरा भूल जाता है। हाल ही में एक ऎसा ही प्रेम कहानी का मामला सामने आया है।
खबर है कि महेन्द्र दास कॉलेज के प्राचार्य संत रामदुलार दास ने अपने ही कॉलेज की छात्रा से प्रोफेसर बनी निभा के साथ विवाह किया। उनके इस कारनामे से छात्र संगठनों में खासा बवाल मच गया है। छात्र संगठनों ने प्राचार्य का पुतला दहन कर उनको सस्पेंड करने की मांग की है।
दरअसल दास को कॉलेज की छात्रा निभा से प्यार हो गया, उन्होंने उसे मनमाने तरीके से डिग्रियां देकर प्रोफेसर बनाया। इसके बाद 16 जनवरी 2013 को मंदिर में शादी कर दोनों गायब हो गए। 21 जनवरी को अचानक दोनों कॉलेज पहुंचे तो यह बात सब तरफ धुएं की तरह फैल गई। हालांकि 65 वर्षीय रामदुलार दास उम्र के इस पडाव को शादी के उपयुक्त नहीं मानते और खुद को संत ही मानते हैं। लेकिन छात्र संगठन उनकी शादी के विराध में अनशन करने की बात कर रहे हैं।