उदयपुर, । अवसर प्राप्त होते है और चले जाते है किन्तु एक दृष्टि, एक दिशा और परिपक्वता से किया गया। प्रयास ना केवल सफल होता है वरन संस्था के भी हितार्थ होता है।
उक्त विचार राजस्थान उच्च न्यायलय के न्यायमूर्ति गोविंद माथुर ने शनिवार को यहां आयोजित बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अधिवक्त बुद्घिजीवी वर्ग है और समाज के हितों की रक्षार्थ उन्हें आगे आना चाहिए। उन्होंने अधिवक्ताओ को यहां ट्रिब्युनल बैंच स्थापना के प्रयास करने की भी सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामचन्द्र सिंह झाला ने बार एसोसिएशन के कार्यों की सराहना करते हुए न्यायालय परिसर में पार्किंग व्यवस्था सुव्यवसिथत रकने पर जोर दिया।
समारोह के आरंभ में कार्यवाहक अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह सोलंकी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। नगर प्रन्यस अध्यक्ष रूपकुमार खुराना, सभापति रजनी डांगी, नगर विधायक गुलाबचंद कटारिया ने भी समारोह को संबोधित किया। प्रथम बार भूतपूर्व अध्यक्षों का संरक्षक मण्डल का गठन किया गया है जिसमें बी.एल सरूपरिया, शंतिलाल चपलोत, फतहलाल नागोरी, हीरालाल कटारिया, कन्हैयालाल चोर्डिया, शकुंतला जोशी, शांतिलाल पामेचा, रोशनलाल जैन, शंभुसिंह राठौड, प्रकाश पानेरी, गजेन्द्र सिंह सोलंकी को सम्मिलित किया गया।
इस अवसर पर संविधान समिति के सदस्य फतहलाल नागौरी, भगवत सिंह देवपुरा, शांतिलाल पामेचा, शंभू सिंह राठौड, रोशनलाल जैन, गौतम सिरोया, उत्तम सोमानी, रिषभ कुमार का एवं अधिवक्त कल्याण कोष के गोपालदास सनाढय, भंवर सिंह देवडा, प्रवीण खण्डेलवाल, राजेन्द्र सिंह राठौड, अशोक घरबडा एवं अनुराग शर्मा का स्वागत किया गया