उदयपुर | लेकसिटी आतंकियों के निशाने पर है केंद्रीय गुप्तचर विभाग द्वारा जयपुर मुख्यालय को चेतावनी दी गयी है कि झील के बीच विश्वप्रसिद्ध स्थित लेकपैलेस होटल आतंकियों के निशाने पर है | जिसको लेकर केंद्र और राजस्थान की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क है | और इसी के तहत हाल में नेशनल सुरक्षा गार्ड द्वारा लेकपैलेस सहित उदयपुर के महत्वपूर्ण स्थानों पर आतंकियों से निपटने के लिए अभ्यास किये गए | लेकिन इन सब खतरों के बीच स्थानीय पुलिस लेकपैलेस में दो पुलिस सिपाही लगा कर चैन की नींद सो रही है | स्थानीय पुलिस के पास लेकपैलेस और सिटी पैलेस जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात गार्डों का पुलिस वेरिफिकेशन तो दूर की बात है उनकी सूचि भी उपलब्ध नहीं है | ना ही लेकपैलेस और सिटी पैलेस का प्रशासनिक अमला स्थानीय पुलिस को सहयोग कर अपने गार्डों का पुलिस वैरिफिकेशन करवाता है | पुलिस वैरिफिकेशन के मामले में दो साल पहले तत्कालीन एडिशनल एस पी ने सिटी पैलेस के खिलाफ थाने में मुकदमा भी दर्ज करवाया हुआ है |
लेकपैलेस और सिटी पैलेस गार्डों की जानकारी पुलिस के पास नहीं : लेकपैलेस आतंकियों के निशाने पर है इस मामले को लेकर देश की गुप्तचर एजेंसी और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी तो सतर्क है | लेकिन जहां तक स्थानीय पुलिस की बात करें तो वह इस मामले को काफी हलके में लेरहे है | स्थानीय पुलिस के पास लेकपैलेस और सिटी पैलेस में तैनात गार्डों की कोई जानकारी नहीं है | जबकि इन वीआईपी जगहों पर जो गार्ड लगे हुए है उनमे काफी गार्ड शहर के ना होकर बाहर के है | लेकपैलेस और सिटी पैलेस में उनका अपना तानाशाही शासन चलता है | कई बार तो एक गार्ड द्वारा पुलिस को भी अंदर जाने से रोक दिया जाता है | इनके आला अधिकारियों से अगर गार्डों की सूचि मांगों तो इनकी नाक भोहे सिकुड़ जाती है | जबकि केंद्रीय गुप्तचर विभाग की इतनी बड़ी चेतावनी के बाद तो स्थानीय पुिस को सतर्क होजाना चाहिए था |
दो पुलिस सिपाही लगा कर पुलिस निश्चिन्त : स्थानीय पुलिस कि उदासीनता ही कहा जाएगा की हाल ही में लेकपैलेस पर आतंकी खतरे को देखते हुए बजाये पुख्ता सुरक्षा की कार्रवाई और छानबीन करने के कल ही पुलिस अधीक्षक ने मात्र दो पुलिस के सिपाही लगा कर अपना काम पूरा कर लिया सूत्रों के अनुसार लेकपैलेस में कल दो पुलिस के सिपाही लगाये गए है, बाकी सुरक्षा उनके निजी गार्डों के हाथों में है |
पूर्व में पुलिस उप अधीक्षक ने कराया था मुकदमा : सिटी पैलेस में गार्ड के पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर दो साल पहले तत्कालीन एडिशनल एसपी तेजराज सिंह और सिटी पैलेस के प्रशासनिक अधिकारीयों में झड़प हुई थी जिसमे सिटी पैलेस अपने गार्डों का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवा रहा था इस मामले में पुलिस की और से घंटाघर थाने में मामला भी दर्ज करवाया था | तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक तेजराज सिंह का मानना था कि हर संस्थान में लगे प्राइवेट गार्ड का पुलिस वेरिफिकेशन होना आवश्यक है क्यों कि उनके अनुसार कई अपराधी प्रवति के लोग इस तरह के सस्थानों में गार्ड कि नौकरी करते है और वारदातों को अंजाम देते है अगर इनका पुलिस वेरिफिकेशन होगा तो अपराधी प्रवृति के लोग नहीं आयेगे |
लेकपैलेस को बड़ा खतरा : केंद्रीय गुप्तचर विभाग के अनुसार जयपुर मुख्यालय को ख़ास तौर पर लेकपैलेस को लेकर सचेत किया है कि आतंकियों के निशाने पर लेकपैलेस होटल है | क्योंकि लेकपैलेस में ९० प्रतिशत पर्यटक विदेशी होते है | और विशव में जिस तरह का माहोल है उस हिसाब से विदेशी आतंकियों के निशाने पर है | जिसमे अमेरिकी , ब्रिटेन और इज़राइली मुख्य है |
पुलिस अधीक्षक के स्तर का मामला नहीं है : लेकपैलेस में आतंकी खतरे को लेकर देश कि गुप्तचर विभाग , राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड सतर्क है | राजस्थान पुलिस मुख्यालय चिंता में है लेकिन स्थानीय पुलिस अधीक्षक का मानना है कि लेक पैलेस और सिटी पैलेस में गार्डों का वेरिफिकेशन होना मेरे स्तर का मामला नहीं है | इसके लिए उस क्षेत्र के थाने में बात करो उन्ही को जानकारी होनी चाहिए | हमने तो पुलिस तैनात कर दी है | और इधर आई जी जी एन पुरोहित का कहना है कि यह पुलिस अधीक्षक के अधीन है एस मामले में वे ही बता सकेगें |
इनका कहना
हमने लेकपैलेस में पुलिस कर्मी तैनात कर दिए है | और जहां तक पुलिस वेरिफिकेशन कि बात है मुझे इसकी जानकारी नहीं है और यह मेरे स्तर कि बात भी नहीं है इसके लिए स्थिय थाने को अधिक जानकारी होगी | अजय लाम्बा, पुलिस अधीक्षक उदयपुर शहर |