उदयपुर। शहरवासियों को शीघ्र बिजली ट्रिपिंग की समस्या से निजात मिल सकती है। अजमेर विद्युत वितरण निगम ने फॉल्ट फ्री सिटी बनाने के लिए लेकसिटी में प्रयोग शुरू किया है। फिलहाल, ग्रिड गोद देकर सहायक अभियंताओं की जिम्मेदारी तय की जा रही है। प्रयोग सफल रहने पर प्रदेश में इसे मॉडल के तौर पर अपनाया जाएगा। पहले चरण में शहर के 33/11 केवी ग्रिड स्टेशनों में से चार ग्रिड पर प्रयोगात्मक दौर चलेगा।
इसके लिए शहर के सभी सहायक अभियंता अपने-अपने जीएसएस का सर्वे करवा रहे हैं। देखा जाएगा कि, किस स्टेशन पर सबसे कम दिक्कतें आ रही हैं। सर्वे 24 मार्च तक पूरा होने के बाद पहले चरण में चार ग्रिड का चयन किया जाएगा। इसके बाद अभियंताओं से ग्रिड को फॉल्ट फ्री रखने के लिए होने वाले खर्च का एस्टीमेट बनना शुरू होगा। एस्टीमेट व रोड मेप आदि काम अपे्रल मध्य तक पूरा करने के लिए पाबंद किया गया है। जुलाई तक चार ग्रिड के फाल्ट फ्री होने की संभावना है। इसके बाद अन्य ग्रिड हाथ में लिए जाएंगे।
एईएन को गोद
योजना को प्रभावी बनाने के लिए सम्बन्घित सहायक अभियंताओं को ग्रिड गोद दिए जाकर उनकी देखरेख में सारा काम काज होगा। इसके बाद भी ग्रिड पर उनकी नजर रहेगी।
यह होगा फायदा
बार बार ट्रिपिंग के चलते मरम्मत के लिए लाइन से जुड़े अन्य उपभोक्ताओं को भी शटडाउन का सामना करना पड़ता है। चूंकि दुनिया की प्रमुख पर्यटन नगरी है अत: विदेशी पर्यटक भी शहर की अच्छी छवि लेकर लौटेंगे।
यूं होगा ट्रिपिंग लेस
अमूमन ट्रिपिंग की समस्या का कारण ग्रिड स्टेशन व विद्युत लाइन को लेकर है। फेस टू अर्थिग के चलते लाइन फाल्ट की समस्या आम है। इस योजना में ग्रिड पर तकनीकी समस्याओं को दिखवाकर उन्हें आधुनिक संसाधनों से लैस किया जाएगा। साथ ही फेस टू अर्थिग समस्या के निपटारे के लिए लाइनों को मेंटेन करवाया जाएगा। पतले तारों के स्थान पर जरूरी होने पर मोटे तार वाली लाइन डाली जाएगी। इंसूलेटर सिस्टम को भी बेहतर करवाने का प्रावधान किया है।