पुलिस का खुफिया तंत्र हुआ फेल
उदयपुर, पुलिस प्रशासन और खुफिया तंत्र को धत्ता बताते हुए दौसा सांसद किरोडीलाल मीणा ने बुधवार दोपहर पूरी रणनीति के साथ एक हजार आदिवासियों के साथ रैली निकालकर संभागीय आयुक्त कार्यालय पर धरना दिया व 42 सूत्री आदिवासी समस्या मांगों का ज्ञापन दिया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सांसद किरोडीलाल मीणा बुधवार सुबह ट्रेन से उदयपुर पहुंचे ओर आरटीडीसी में मौजुद सीआईडी और पुलिस कर्मियों को धत्ता बताते हुए कार्यकर्ताओं के साथ निकल गये और शहर में अलग-अलग जगह इकट्ठा ग्रामीणों को लेकर टाउनहाल पहुंच गये घंटे भर में ही टाउनहाल में एक हजार करीब ग्रामीण इकट्ठा हो गए। ओर रैली के रूप में ढोल नंगाडे बजाते हुए सरकार विरोधी नारे लगाते हुए देहलीगेट,कोर्ट चोराहा, चेटक होते हुए संभागीय आयुक्त कार्यालय पहुंचे जहां जिद ओर बहस के बाद संभागीय आयुक्त को धरना स्थल पर बुलाया और 42 सूत्रीय समस्याओं का ज्ञापन दिया।
किरोडी ने कहा कि संभाग में आदिवासी कई समस्याओं से जुझ रहे है। जिसके बारे में ना सरकार सोच रही है न ही उदयपुर विधायक गुलाब चंद कटारिया को इन ग्रामीण गरीब जनता की चिंता है।
किरोडी ने कटारिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हे तो बस मुख्यमंत्री बनने की लालसा है और उसी का सपना संजो वह अपनी जनजागरण यात्रा निकाल रहे है।
किरोडी ने संभागीय आयुक्त कार्यालय के बाहर धरना स्थल पर करीब घंटा भर तक आयुक्त से आदिवासियों की समस्या पर वार्ता करी और ज्ञापन सौपा।
ख़ुफ़िया तंत्र फेल : किरोडी की रैली और धरना को लेकर उदयपुर का ख़ुफ़िया तंत्र पूरी तरह फेल हो गया। धरना होने के पहले तक सीआइडी इधर उधर प्रोग्राम के संदर्भ में पूछते नजर आए। आरटीडीसी से किरोडी मीणा सहित उनके कार्यकर्ता अचानक गायब हो गये जिनको पुलिस और सीआईडी वाले ढुंढते ही रहे। ख़ुफ़िया तंत्र व पुलिस को अंदाजा ही नहीं था कि हजार उपर से ज्यादा संख्या में आदिवासी एकत्र हो टाउनहाल में सुबह 11 बजे से 12 बजे के बीच सभी आदिवासी एकत्र हो गये। पुलिस अधिकारी बस इधर उधर दौडते रहे और किरोडी अपने पूरे शक्ति प्रदर्शन के साथ संभागीय आयुक्त कार्यालय चले गये।