उदयपुर। ऋषभदेव कस्बे में प्रेमिका द्वारा शादी के लिए मना किये जाने पर प्रेमी ने बिच बाज़ार में प्रेमिका की चाक़ू से गोद कर ह्त्या करदी । बाद में खुद की हाथ की नसें काट आत्मह्त्या की कोशिश में बेहोश हो गया जिसको पुलिस ने आकर गिरफ्तार किया। प्रेमिका की मौत मोके पर ही हो गई जबकि प्रेमी को उदयपुर महाराणा भूपाल चिकित्सालय इलाज के लिए लाया गया है। बिच बाज़ार में जब प्रेमी युवक प्रेमिका को लगातार चाकुओं से वार कर रहा था और प्रेमिका चिल्ला रही थी तब कस्बे के लोग देखते हुए डर कर घर में छुपे रहे कोई बचाने नहीं आया। घटना हो जाने और पुलिस द्वारा युवक को गिरफ्तार करलेने के बाद लोगो ने बाज़ार बंद करवा कर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया।
जानकारी के अनुसार ऋषभदेव कस्बे के होली चौक स्थित क्लासिक पब्लिक स्कूल में ऋषभदेव निवासी पियूष भंडारी (२७) और नीलम पंचाल (२३) अध्यापक थे। पिछले एक साल से दोनों के बिच प्रेम प्रसंग चल रहा था। नीलम पंचाल शादीशुदा थी और पति से अलग रह रही थी उसके एक बेटा भी है। पियूष पंचाल ने पुलिस को बताया कि कुछ माह पूर्व उन्होंने ऋषभदेव के पास ही एक मंदिर में उसने नीलम की मांग में सिंदूर भी भरा था। लेकिन नीलम को विधिवत शादी करने का कहने के बाद नीलम ने उससे बात करना बंद कर दी थी। पुलिस ने बताया कि पियूष लगातार नीलम पर शादी कर साथ रहने का दबाव बना रहा था। नीलम के मना किये जाने से वह काफी गुस्से में आगया था।
आज सुबह ७ बजे स्कूल जाने के समय पियूष स्कूल से कुछ ही मीटर फासले पर रोड पर उसका इंतज़ार कर रहा था। जैसे
ही नीलम आई उसने नीलम पर ताबड़तोड़ चाक़ू से उसके पेट और गले में कई वार कर दिए। नीलम लहुलुहान हो कर वही गिर पड़ी। नीलम को चाक़ू से हमला करने के बाद आत्महत्या करने की नियत से पियूष ने खुद की हाथों की नसे भी काट दी। ” मेने नीलम को मार दिया” चिल्लाता हुआ पियूष बाज़ार में भागा और अपने घर के बाहर बेहोश हो कर गिर पडा। बाद में मोके पर पहुची पुलिस ने गिरफ्तार कर उसको स्थानीय अस्पताल ले गयी वहां से उसको उदयपुर महाराणा भूपाल चिकित्सालय इलाज के लिए रेफर करवाया गया। इधर नीलम को भी स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया लेकिन तब तक नीलम दम तोड़ चुकी थी। अलग अलग समाज के होने से लोगों में तनाव होने के लिहाज़ से कसबे में भारी पुलिस बल तैनात है।
वह मारता रहा लेकिन कोई बचाने नहीं आया :
नीलम को मारने की घटना ऋषभदेव के बिच बाज़ार होलिचोक में घटित हुई जहाँ पर कई मकान और दुकाने है। घटना के वक़्त पियूष नीलम को चिल्लाते हुए चाक़ू से मार रहा था। लड़की उससे बचने के लिए चिल्ला रही थी। लोगों ने उसको मारते हुए देखा लेकिन किसी में हिम्मत नहीं हुई उसको छुड़ाने की। लोगों ने तो और अपने घरों के दरवाज़े बंद कर दिए। वहशी बना पियूष नीलम को तब तक मारता रहा जब तक उसके प्राण नहीं निकल गए। बाद में जब बाज़ार के जिस जिस रास्ते से चिल्लाता हुआ निकला लोग डर के मारे घरों और दुकानों में घुसते रहे। पियूष की गिरफ्तारी के बाद जरूर लोग आये और पुलिस की हाय हाय करते हुए व्यवस्था पर सवाल उठाने लगे।