उदयपुर। सुखेर थाना क्षेत्र के चीरवा घाटे में युवक ने पत्नी और तीन बच्चों सहित कार खाई में गिरा दी। इसमें वह भी सवार था। मृतकों और घायल युवक को निकाला गया तो मामला हादसे का नहीं, बल्कि हत्या और आत्महत्या के प्रयास का मिला। ब्यावर के युवक ने कर्ज से परेशान होकर पहले तीन बच्चों और पत्नी को जहर दिया।
फिर खुद जहर खाया और कार लेकर खाई में जा गिरा। जहर से प्रियंका (26) पत्नी महेंद्र चौधरी, तीन बच्चे विशाल (साढ़े पांच साल), सागर (साढ़े चार साल) और अपूर्वा (ढाई साल) की मौत हो गई है। महेंद्र (30) अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने प्रियंका के पीहर पक्ष को सूचना की। पीहर पक्ष की रिपोर्ट और बयान के आधार पर ही मामले की आगे की तफ्तीश होगी। एसएचओ गजेंद्र सिंह ने बताया कि सरमागिया (ब्यावर) निवासी महेंद्र चौधरी के बयान लिए गए हैं।
पुलिस महेंद्र के इलाज के साथ ही उससे पूछताछ भी कर रही है। पुलिस को संदेह है कि वह कोई कहानी तो नहीं गढ़ रहा है। उसने गाड़ी 25 फीट गहरी खाई में गिराई, लेकिन उसे चोटें तक नहीं आईं। जहर का असर भी उतना नहीं दिखा, जितना महिला और बच्चों पर था।
मुंह से झाग निकलता देख हुआ शक
हादसे की सूचना पर सुखेर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। कार 25 फीट नीचे खाई में थी। उन्होंने शवों को खाई से निकाला। बच्चों और महिला के नाखून नीले पड़ चुके थे और मुंह से झाग निकल रहा था। घायल महेंद्र भी उल्टियां कर रहा था। इस पर पुलिस को इनके जहर खाने का शक हुआ।
40 लाख का कर्ज था
एसएचओ गजेंद्र सिंह ने बताया कि महेंद्र चौधरी के बयान लिए गए हैं। वह ड्राइविंग और खेती का काम करता है। कुछ समय पहले उसने टायर का व्यवसाय शुरू किया था।
इसमें उसको नुकसान होने पर 40 लाख रुपए का कर्ज हो गया था। अब पीहर पक्ष की रिपोर्ट और बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।