उदयपुर के जुलुस ए मोहम्मदी में करीब दो करोड़ रूपये का तबरुक बांटा जाता है- जुलुस ए मोहम्मदी में मोजूद कोई खाली हाथ नहीं जाता।

Date:

उदयपुर। आशिक़ ए रसूल के दीवानों का यह हाल है कि पुरे शहर में सिर्फ एक दिन में जुलुस के दौरान दो करोड़ रूपये से ज्यादा विभिन्न तरह की खाने पिने की चीजें वितरित कर देते है। जिसमें फ्रूटी, आइस क्रीम, अलुबदे, कोल्ड ड्रिंक, चिकन दाना, पुलाव, चोकलेट, फ्रूट केक, मफिन केक, खीर, रबड़ी, राब, छाछ आदि हर एक खाने पिने की चिओजें बांटी जाती है।
करीब एक लाख से अधिक लोग जुलुस में शरीक होते है और जुलुस की शान यह है कि एक भी बच्चा युवा महिला या वृद्ध एसा नहीं होता है जिसको कही कोई खाने पिने से वंचित होना पडा हो। आशिक़ ए रसूल जुलुस में आये लोगों को रोक रोक कर उन्हें हर खाने पिने की चीजें देते है।
उदयपुर पोस्ट की टीम ने शनिवार को पुरे जुलुस का मुआयना किया तो करीब 107 बड़ी स्टालें और 389 छोटी स्टालें लगी हुई थी इसके अलावा हर मोहल्लों में करीब 150 से अधिक खाने पिने की स्टालें लगी हुई थी। उदयपुर पोस्ट की टीम ने एक अनुमान लगाया और स्टाल लगाने वालों से पूछा तो चोकाने वाला आंकड़ा सामने आया कम से कम 5000 हज़ार और अधिक से अधिक सवा लाख रूपये तक खर्च कर खाने पिने की चीजें बांट देते है। हालाँकि भीड़ ज्यादा होने की वजह से बांटने का तरिका कई बार सही नहीं होता लेकिन इसके बावजूद जुलुस में मोजूद हर एक बच्चे बच्चे के साथ में कुछ न कुछ खाने की चीज मिल जाती है।
जुलुस के बाद कई मोहल्लों में आम नयाज़ का कार्यक्रम भी होता है जिसमे २१ हज़ार रूपये से एक लाख रूपये तक का खर्च होता है। इसके अलावा जश्न ए ईद मिलादुन्नबी की पूर्व संध्या पर हर मुस्लिम मोहल्लों में रौशनी से सजाया जाता है जहाँ कई खाने पिने की स्टालें लगी रहती है और रात ८ बजे से देर रात १२ बजे तक जश्न का माहोल रहता है जिसमे शहर कोग शरीक होते है। खानजी पीर जिसमे मुख्य है जहां ख़ास विशुत सज्जा देखने के लिए हर कोई आता है।

2 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

हिन्दुस्तान जिंक के स्वास्थ्य अभियान के तहत विश्व स्तनपान सप्ताह आयोजित

हिंदुस्तान जिंक, द्वारा स्वास्थ्य अभियान के तहत् विश्व स्तनपान...

हिंदुस्तान जिंक द्वारा खनन कार्यों में आंतरिक प्रतिभा के कौशल एवं अवसर वृद्धि हेतु जावर में ‘हिंदुस्तान जिंक माइनिंग अकादमी’ का शुभारंभ

इस अनूठी पहल से भूमिगत खदानों में जंबो हेल्पर्स प्रमाणित ऑपरेटर बन सकेंगे - पांच महीने तक चलनेवाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 16 सप्ताह का क्लासरूम इंस्ट्रक्शन शामिल होगा उदयपुर, 30 जुलाई, 2022: देश की एकमात्र और विश्व...

हिन्दुस्तान जिंक की आरडी माइन को स्वास्थ्य एवं सुरक्षा हेतु सिल्वर अवार्ड

हिन्दुस्तान जिंक के दरीबा स्मेल्टिंग काॅम्प्लेक्स के राजपुरा दरीबा...