उदयपुर। केन्द्रीय शहरी विकास एंव गरीबी उन्मूलन मंत्री डॅा. गिरिजा व्यास ने कहा कि कप्तान दुर्गाप्रसाद चोधरी ने अपने जीवन ने कभी मूल्यों से समझौता नही किया। उन्हेोनं अपने जीवन में पत्रकारिता करना ,आजादी की जंग एवं किसानों के हितों के लिए लडऩा जैसे मुख्य कार्र्य किए। दैनिक नवज्योति के संपादक दीनबन्धु चौधरी उन्हंी के पदचिन्हों पर चलते हुए उनके व्यक्तित्व को छूने का प्रयास किया।
रविन्द्रनाथ टेगौर मेडीकल कॉलेज में आयोजित कप्तान दुूर्गांप्रसाद चौधरी पत्रकारिता पुरूस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित करते हुए उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि वक्त के साथ पत्रकारिता के अर्थ भी बदल गए हैं। दैनिक नवज्योति ने इस बदले युग में भी अपना स्थान बनाये रखा है। कितने ही बदलाव हुए लेकिन प्रिन्ट मीडिया का स्थान आज भी है और कल भी रहेगा।
दैनिक नवज्योति के मुख्य उप संपादक एल. एल. शर्मा ने बताया कि वर्ष 1996 में शुरू किया गया कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी पुरस्कार आज राष्ट्रीय स्तर पर अपनी ख्याति अर्जित कर चुका है। पुरस्कार पूर्व में प्रतिवर्ष एक ही पत्रकार को दिया जाता था लेकिन समय के साथ अब इनकी संख्या बढ़ाकर 5 कर दी गई है। इसके चयन के लिए निर्णायक कमेटी गठित की गई। इस बार मेवाड़ को ध्यान में रखते हुए पुरस्कार का चयन किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस बार प्रथम पुरस्कार 31 हजार रुपए नकद बांसवाड़ा के दीपक श्रीमाल को प्रदान किया गया। इसके साथ उन्हें पगड़ी पहनाकर शॉल, स्मृति चिह्न, प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त पांच अन्य पुरस्कार 11 हजार रुपए नकद के डॉ. केशव पथिक, सुदर्शनसिंह भाटी, लोकेन्द्रसिंह, हरीश कुमार पण्ड्या और राजकुमार कोठारी को प्रदान किए गए। कार्यक्रम में सांसद रघुवीरसिंह मीणा, महापौर रजनी डांगी, यूआईटी चेयरमैन रूप कुमार खुराना भी अतिथियों के रूप में मौजूद थे।
इससे पूर्व दया किशन ने डॉ. गिरिजा व्यास को स्मृति चिह्न भेंटकर स्वागत किया। इससे पहले दैनिक नवज्योति के जयपुर संस्करण के संपादक महेश शर्मा ने विधायक सज्जन कटारा को बुके भेंट कर स्वागत किया। शालिनी चौधरी ने महापौर रजनी डांगी को शॉल ओढ़ा बुके भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर हर्ष चौधरी, नवज्योति के स्थानीय ब्यूरो चीफ बी. एम. गोयल भी मौजूद थे।