उदयपुर। विश्व प्रसिद्द जयसमंद झील की पाल पर शिवजी के मंदिर के सामने कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे मेवाड़ को विष्व पटल पर शर्मसार किया है। जीहां यहां पर ऐसी अष्लीलता का छायांकन प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर कभी भी नहीं हुआ है। विष्व की कई मेग्जीनों, एलबम्स, हाॅलीवुड, वाॅलीवुड की फिल्मों में मेवाड़ के पर्यटन स्थलों ने काफी नाम कमाया है और इसीलिए उदयपुर का दूनिया के सबसे सुन्दर शहर में शुमार भी है। दो दिन पूर्व मीठे पानी की पहली मानव निर्मित झील जयसमंद की पाल पर स्थित एक मंदिर में किसी विदेशी मेग्जीन के कवर पेज का फोटो शूट हुआ, जैसे -जैसे वहां के रहवासियों और ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली सभी इस शूटिंग को देखने के लिए मंदिर परिसर तक पहुचने लगे। एक मेला सा शूटिंग स्थल पर लग गया। प्रोड्यूसर की सोच के अनुसार कवर पेज के लिए आसपास ग्रामीण महिलाओं को खड़ा करना था और बीच में उनकी माॅडल को खडा होकर अलग – अलग एंगल में फोटा शूट करवाना था। यहां तक तो ठीक था, लेकिन जैसे ही कैमरा, एक्शन, राॅल बोला गया तो सभी के होश उड गए। माॅडल ने उपरी वस्त्र सारे उतार दिए और सिर्फ अन्तः वस्त्रों में अपने जिस्म की नुमाईष करने लगी। यह देख हर कोई तोबा करने लगा . ग्रामीण महिलाओं ने तो अपनी आंखें तक बंद कर दी। लेकिन अष्लीलता परोसकर मेग्जीन के कवर पेज में खुद को ज्यादा से ज्यादा होट दिखाने वाली माॅडल को कुछ फर्क नहीं पड़ा। सवाल यह नहीं है कि प्रोड्यूसर को शूटिंग की अनुमति मिली की नहीं, सवाल तो यह है कि स्वयंभू प्रोड्यूसर ने किसी भी जिम्मेदार को यह बोला क्या कि वह यहां पर माॅडल को अन्तः वस्त्रों में उतारकर अपनी मेग्जीन का कवर पेज तैयार करेगा। जिम्मेदार हुक्मरान भी इस संबंध में कुछ बोलना नहीं चाहते है, लेकिन हमारी कोशिश रही है कि हमेशा पाठकों को पूरी निर्भिकता के साथ हर खबर की हकीकत बताकर प्रशासन को आईना दिखाए जो हम आगे भी करते रहेंगे।
मानव निर्मित पहली मीठे पानी की झील दूनिया भर में एक मात्र है। झील अपनी खूबसूरती के नाम से भी काफी प्रसिद्ध है। यहां पर कई हिन्दी अंग्रेजी फिल्मों की षूटिंग हुई है। शनिवार को एक मेग्जीन को षूट करने वाला विदेष क्रू यहां पंहुचा और नर्बदेष्वर मंदिर की लोकेशन को मेग्जीन के कवर पेज के लिए पूरी तरह से परफेक्ट माना। क्रू मेम्बरों बड़े बड़े कैमरो और एक साथ इतने व्बिदेशियों को देखने के लिए तमाषबीनों का तांता लगने लगा। प्रोड्यूसर ने कुछ मजदूरी करने वाली कुछ महिलाओं को षूटिंग स्थल पर एक गोला बनाकर खड़ा कर दिया और बीच में अपनी माॅडल को खड़ाकर के फोटो शूट करने लगे। इस दौरान मंदिर परिसर में ही क्रू मेंबर धू्रमपान भी कर रहे थे लेकिन कोई भी इन्हें रोकने वाला नहीं था। माॅडल टू पीस में अपने हुष्न का झलवा बिखरने लगी। ग्रामीण महिलाओ और कुछ संस्कृति बचाए रखने वाले ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो अष्लीलता पसंद बाहूबलियों ने यह कहकर उनकी आवाज दबा दी कि षूटिंग की अनुमति ले रखी है। करीब 4 घण्टे तक यहां पर अष्लीलता का नंगा नाच चलता रहा,लेकिन कोई भी इसे रोकने वाला नहीं आया। स्थानीय एक अधिवक्ता ने सलूम्बर थाने में मामला दर्ज करवाने के लिए रिपोर्ट डी है जिसकी जांच थाना अधिकारी कर रहे है। थाना अधिकारी का कहना है कि अगर मामला सही हुआ तो शुतिंक करने वालों के खिलाफ कारवाई की जायेगी।
जयसमंद की पाल पर शिव मंदिर के सामने हुआ अष्लीलता का नंगा नाच – मेवाड़ को शर्मसार करने की हुक्मरानों ने कैसे दे दी अनुमति ?
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