ईद मिलादुन्नबी और मकर संक्रांति पर्व एक ही दिन मनाया जाएगा
मुस्लिम बस्तियों में और मस्जिदों में विद्युत सज्जा की गई
उदयपुर। ईद मिलादुन्नबी और मकर संक्रांति का पर्व इस बार एक ही दिन मनाया जाएगा जिसके लिए दोनो समुदायों ने तैयारियां शुरू करदी । जहां ईद मिलादुन्नबी मुस्लिम समाज के लोग पैगंबर हजरत मोहमद के जन्मदिन के उत्सव के रूप में को लेकर मानते है, वहीं हर साल मकर संक्रांति १४ जनवरी को मनायी जाती है। हिंदू धर्म के लोग सूर्य के मकर राशि में आने के उपलक्ष्य में संक्रांति मनाते हैं।
ईद मिलादुन्नबी के इस पर्व के लिए शहर की मुस्लिम बस्तियों में और मस्जिदों में विद्युत सज्जा की जा रही है। मोहल्ले सजाये जारहे है। ईद मिलादुन्नबी के लिए जुलूस की विशेष तैयारियां की जारही है, वही मकर संक्रांति से शुभ काम शुरू हो जाते हैं। लोग धार्मिक महत्व के सरोवर व कुंडों में स्नान कर पुण्यलाभ अर्जित करेंगे, जिसके लिए दान पुण्य किये जाते है, और तिल के पकवान बनाये जाते है। जिसकी तैयारियां हर घर में की जारही है ।
चांद की १२ तारीख पर मिलादुन्नबी मुस्लिम समाज द्वारा ईद मिलादुन्नबी का पर्व १४ जनवरी को मनाया जाएगा। चांद दिखने के १२ दिन बाद ईद मिलादुन्नबी पर्व मनाया जाता है। लोग पैगंबर हजरत मोहमद साहब के जन्मदिन की खुशियों को उत्सव के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर जलसे निकाला जाएगा जिसमे शहर के हर छोटे बडे शिरकत करेगे। हर मोहल्ले में भव्य सज्जा की जायेगी जहां जुलूस का इस्तकबाल होगा शहर का जुलुस दोपहर अंजुमन से शुरू होकर घंटाघर , हाथीपोल , नई पुलिया अबावगढ, मल्लातलाई होता हुआ ब्रह्मपोल दरगाह पर पहुचेगा। साथ ही शहर की मस्जिदों में रोशनी की जाएगी।
संक्रांति काल में अधिमास सहित वर्ष के १३ माह के साथ एक माह जोडकर १४ माह के लिए १४ वस्तुओं के दान का महत्व मनाया गया। वहीं यह व्यापार, शेयर बाजार व ज्ञान का प्रतीक भी माना गया। यह अंक कानून व औद्योगिक भी माना जाता है। इन सभी के लिए १४ अंक श्रेष्ठ है। इस दिन दान पुण्य किया जाएगा मंदिरों में विशेष आराधना होगी। और इस दिन पतंग बाजी का भी खूब प्रचलन है ।