उदयपुर । “सरकार कार आमद मरहबा आक़ा की आमद मरहबा ” कल रात खानजी पीर में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के आयोजन के दौरान इन नारों से माहोल मुहम्मदी हो गया। और जब पकिस्तान से आये शायर ने हज़रत मुहम्मद साहब की शान में अपने नातिया कलाम पढ़ना शुरू कियी तो हर शख्श झूम गया। सर्द रात में देर रात तक हज़ारों की तादाद में आये लोग हज़रत मुहम्मद की मुहब्बत में कलाम सुनते गए ।
कल रात खांजी पीर नोजवान कमिटी की ओर से जश्ने ईद मिलादुन्नबी का आयोजन हुआ जिसमे पाकिस्तान के एक टीवी चैनल के मशहूर शायर ताहिर कादरी, मोहम्मद अहसान, जकरिया ने नातिया कलाम पेश किए। रात १२ बजे शुरू हुए इस आयोजन में खानजी पीर का मुख्य रोड लोगों से भरा रहा लोग हज़रत मुहम्मद की शान में नातिया कलाम सुनते रहे। ताहिर कादरी ने जब “मिलादे मुस्तफा है मिलादे मुस्तफा है ” कलाम पढ़ा तो वहाँ बैठा हर बच्चा और बढ़ा झूम उठा । “पुकारो या रसूल्लाह या हबीबुल्लाह ” ऊँचे में ऊंचा नबी का झंडा” जैसे कई मशहूर कलाम पढ़े गए तो लोगों में जोश बढ़ता गया और हज़ारों की तादाद में आये लोग रात के तीन बजे तक जमे रहे।
आज कारवाड़ी मोहल्ला के शहीदे आजम चौक में शुक्रवार को बाद नमाज ईशा के जश्ने ईद मिलादुन्नबी मनाया जाएगा। इसमें तकरीर के लिए यूपी से मौलाना सैयद मोहिब्बुल हक कादरी तशरीफ लाएंगे। तकरीर में वे नबी-ए-अकरम सलल्लाहो अलैह वसल्लम की जिंदगी पर बयान करेंगे। प्रोग्राम की निजामत व सदारत मौलाना रईसुल कादरी फैजी करेंगे। मौलाना आस मोहम्मद कादरी मुशाहदी की सरपरस्ती में यह आयोजन होगा।