जयपुर अगर आप यह सोचते हैं कि आपकी आत्मा आपके शरीर से निकल जाती है उसके बाद जीवन की समाप्ति है, लेकिन सही मायने में कहा जाए तो मृत्यु के बाद भी जीवन भी हैं, क्योंकि आत्माएं भी अपना जीवन जीती हैं।
यह कहना है देश में साइकिक रिसर्च में पायोनियर और भानगढ़ में पहली बार ओर्ब फि नोमिना की जांच करने वाली इप्शिता कोलकाता की इप्शिता रॉय चक्रवर्ती का।
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उन्होंने कहा कि उनकी रिचर्स के मुताबिक यह फेक्ट हैं, इसे बिल्कुल सही माना जा सकता है कि ये एक पैरेलल डायमेंशन भी होता हैं, जिनमें आत्माएं रहती हैं।
चक्रवर्ती के ये विचार फिक्की फ्लो के चैप्टर की ओर से आयोजित द मिस्ट्री एंड रिवेलेशन के प्रोग्राम में कहीं।
जहां पर द स्पिरिट WORLD एंड हाउ डज विक्का विषय पर एक सेमीनार का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर प्लो की चेयरपर्सन अपरा कुच्छल भी मौजूद थी। फ्लो मेंबर्स को संबोधित करते हुए चक्रवर्ती ने तीन तरह की एनर्जी के बारे में बताया।
पहली रेजीडुअल एनर्जी, यानी जब कोई बड़ी घटना या युद्ध में कई लोगों की मृत्यु हुई हो जाती है तब इस तरह की एनर्जी क्रिएट होती है, दूसरी इमोशनल एनर्जी यानी जब कोई किसी पैशन की के कारण जान गवाता है और तीसरी ट्रैप्ड एनर्जी (जब आत्माओं को शापित करने के लिए फं साया गया हो)।
उन्होंने कहा कि उन्हें ओर्ब फिनोमिना की जांच के बाद यह पता चला कि जयपुर के नाहरगढ़ किले, सरिस्का के निकट भानगढ़ और ओड़ीसा के पुरी स्थित बीएनआर होटल में भी आत्माएं निवास करती हैं।
उन्होंने दावा किया कि भानगढ़ में जब उन्होंने मिश्र के एक मंत्र का जाप किया तो इससे वहां मौजूद आत्माओं के बीच गतिविधियों हुईं। इसी तरह उन्होंने एक आत्मा की उपस्थिति की डरावनी कहानी सुनाई जो नाहरगढ़ में उनके समूह के साथ चल रही थी। चक्रवर्ती ने ऑब्र्स के माध्यम से आत्माओं दर्शाने के लिए एक प्रजेंटेशन भी दिया, जिसमें भानगढ़, नाहरगढ़ और बीएनआर होटल में क्लिक किए गए PHOTO थे।
मौके पर उपस्थित संदीप भूतोडिय़ा ने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में ऐसी कईं घटनाएं होती हैं, जिन्हें समझाया नहीं जा सकता।
उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभवों का हवाला देते हुए बताया कि 9/11 की घटना के दिन किसी अज्ञात ताकत द्वारा उन्हें न्यूयॉर्क के वल्र्ड ट्रेड पार्क में जाने से रोका था।
इस दिन उन्होंने होटल में इस फ्रैण्डली FORCE को महसूस किया, जिसने उन्हें होटल में ही रोके रखा। इसी वजह से वे उस समय वल्र्ड ट्रेड पार्क में उपस्थित नहीं थे, जब ट्विन टावर्स से विमान भिड़े थे।