उदयपुर. लिंग जांच एवं चयन करने के आरोप में हिम्मतनगर,अहमदाबाद के निजी चिकित्सालय के डॉक्टर सहित उदयपुर जिले की सरकारी एएनएम को गिरफ्तार किया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक के निर्देश पर गठित राज्य स्तरीय टीम ने जाल बिछाकर आरोपितों को रंगे हाथों पकड़ा।
रविवार को उदयपुर पहुंची टीम ने सरकारी एएनएम से सम्पर्क कर सोमवार सुबह उदयपुर जिले के खेरवाड़ा से डिकॉय आपरेशन में एजेंट की भूमिका निभाने वाली निर्मला राठौड़ को साथ लिया। टीम प्रात: 10 बजे हिम्मत नगर स्थित देवपूजन अस्पताल पहुंची। जहां उन्हें शाम 7 बजे लिंग जांच करने के लिए कहा गया। शाम 7 बजे बाद गर्भवती महिला को सहयोगी महिला पूजा कुमावत एजेंट निर्मला राठौड़ के साथ लिंग जांच करवाने अस्पताल के अंदर पहुंचे। कुछ ही देर बाद बिना किसी कागज पूर्ति के रजिस्टर्ड सोनोग्राफ ी सेंटर द्वारा लिंग जांच कर दी गई।
डॉक्टर जितेन्द्र शुक्ल ने लिंग जांच कर लड़का बताया। सहयोगी महिला पूजा कुमावत के इशारे पर राज्य पीसीपीएनडीटी सेल के रघुवीरसिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने कार्रवाई प्रारंभ कर दी। डॉक्टर जितेन्द्र शुक्ल से सात हजार रुपए एवं सरकारी एएनएम से चौदह हजार रुपए बरामद किए गए जो सहयोगी महिला पूजा कुमाावत द्वारा एनएम को दिए गए थे। टीम दोनों को गिरफ्तार कर मंगलवार सुबह 3 बजे उदयपुर लेकर पहुंची। पूछताछ में सरकारी उपस्वास्थ्य केन्द्र पडुना में कार्यरत एएनएम ने बताया कि वह 15 साल से लिंग जांच का कार्य कर रही है तथा प्रतिमाह पांच से सात महिलाओं का लिंग जांच करवाती है। वहीं लिंग जांच करने वाले चिकित्सक डॉ.जितेन्द्र शुक्ल जब से सोनोग्राफी मशीन खरीदी है तब से लिंग जांच का कार्य करता है। अधिकतर समय डॉक्टर लिंग जांच करने के लिए एजेंटों के द्वारा ली जाने वाली राशि सीधी बैंक खाते में ही डलवाता है। कार्रवाई मेंं उदयपुर संभाग के सयुक्त निदेशक डॉ.आरएन बैरवा, पीसीपीएनडीटी सम्नवयक मनीषा भटनागर पुरी कार्रवाई में साथ रहे। वहीं गुजरात के स्थानीय तालुका प्राधिकारी डॉ. जीएच परमार भी साथ थे।