उदयपुर, उदयपुर के महाराणा प्रताप हवाई अड्डे के पास सिमेंट फेक्ट्रीयों की चिमनियां हटने के बाद अन्तर्राष्ट्रीय उडाने के लिये उप्युक्क्त हो जायगा रनवे का अन्तर्राष्ट्रीय मापदण्ड के अनुसार पहले ही तैयार किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि हवाई अड्डे के पास सीमेंट वर्कस प्रा लि फेक्ट्री की दो चिमनियां अन्तर्राष्ट्रीय उडानों के लिए लम्बे समय से बाधक बनी हुई थी। हाल ही में सिमेंट फेक्ट्री ने हवाई अड्डा प्रबंन्धन को दोनों चिमनियां हटाने की अनुमति दे दी है। चिमनीयों का एक बडा हिस्सा अन्तर्राष्ट्र्रीय उडानों में बाध्क बना हुआ था और चिमनियों की अत्यधिक उंचाई के कारण तैयारकिया गया ९००० फिट क्षैत्र कारनवे उपयोग में नहीं लिया जा सकता था। बडे हादसे की आशंका के चलते घरेलु उडाने भी ७५०० फिट हिस्से का ही उपयेग कर पा रहे थे।
ग्लोबल एयरलाइन्स कम्पनी के मानदण्डों के अनुसार ९००० फिट से कम लम्बे रन वे पर अन्तर्राष्ट्रीय उडाने नहीं भर सकती। अब सिमेन्ट फेक्ट्री की चिमनियां हटने के बाद ९००० पि*ट रनवे का इस्तेमाल किया जा सकेगा और बडे बोइग विमान भी यहां उतर सकेंगे ४० दिन के अंतराम में चिमनियां ढहाने का कार्य पूर्ण हो जायगा।
पर्यटन और खाडी देशों की उडानें उडेगी एयरपोर्ट आथोरिटी का मानना है कि अब अन्तर्राष्ट्रीय उडानों के प्रस्ताव मिलने लगेंगे और इससे शहर के पर्यटन क्षैत्र में भी बुम और यहि खाडी देशों की उडानों की अनुमति मिल गयी तो मेवाड और वागड क्षैत्र के लोगों को काफी लाभ मिलेगा।
एयरपोर्ट डायरेक्टर अमित वर्मा का कहना है कि इन्टरनेशनल उडानों में चिमनियां बाधक बनी हुई थी वे अब जल्दी ही हटा दि जायेगी और सम्पूर्ण रनवे का उपयोग हो सकेगा और इन्टरनेशनल फलाईटस की उडान संभव हो सकेगी।