- डाउ जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स द्वारा द सस्टेनेबिलिटी इयरबुक- 2021 में मान्यता
- सीडीपी स्कोर में सी से बी की और उत्कृष्टता- पर्यावरणीय प्रकटीकरण हेतु प्रतिबद्धता
- पारदर्शिता मानकों को विकसित करने के लिए वैश्विक टीसीएफडी के साथ सहयोग
मुंबई/ दिल्ली, 3 मार्च। वेदांता सस्टेनेबिलिटी प्रेक्टिस में अग्रणी रहा है और पर्यावरण और समुदायों की सुरक्षा के लिए नई तकनीकों का अपना रहा है। जीरो हार्म, जीरो वेस्ट, जीरो डिस्चार्ज’ के दर्शन से प्रेरित, कंपनी सभी हितधारकों के लिए अपने सस्टेनेबिलिटी कार्यक्रमों के व्यापक प्रकटीकरण के लिए प्रतिबद्ध है।
पर्यावरण, सामाजिक और कॉर्पोरेट प्रशासन (ईएसजी) प्रथाओं के लिए समूह की मजबूत प्रतिबद्धता के लिए वेदांता लिमिटेड को एस एंड पी ग्लोबल द्वारा दो श्रेणियों ‘‘एसएएम इंडस्ट्री मूवर्स‘‘ और ‘‘सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक मेंबर‘‘ के तहत द सस्टेनेबिलिटी इयरबुुक 2021 में शामिल किया गया है। वेदांता की कंपनी हिंदुस्तान जिंक को भी इस वर्ष के संस्करण में स्थान दिया गया है।
एसएण्डपी ग्लोबल की द सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक विश्व के सबसे व्यापक प्रकाशनों में से एक है जो कॉर्पोरेट जिम्मेदारी पर गहराई से विश्लेषण प्रदान करता है। इस वर्ष द सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक द्वारा 61 विभिन्न उद्योगों की 7000 से अधिक कंपनियों को शामिल किया गया जिनमें वेदांता और हिंदुस्तान जिंक को 630 स्थिरता वाले शिर्ष में स्थान दिया गया, जिन्हें एस एंड पी ग्लोबल ईएसजी स्कोर के आधार पर मूल्यांकन और रेटिंग की कठिन प्रक्रिया के बाद चुना गया।
इसके साथ ही, वेदांता के अधिक पर्यावरणीय पारदर्शिता और कार्रवाई के लक्ष्य के अनुरूप, कंपनी का सीडीपी स्कोर सी से बी की ओर उत्कृष्ट हुआ है। विगत वर्ष में कंपनी का स्कोर डी से बी की और अग्रसर हो कर बेहतर हुआ है। सीडीपी सीडीआर के जलवायु परिवर्तन, वन और जल सुरक्षा प्रश्नावली में भागीदारी के माध्यम से पर्यावरणीय प्रभावों को मापने और प्रबंधित करने हेतु स्कोरिंग पद्धति का उपयोग कर कंपनियों को प्रोत्साहित करता है।
वेदांता टास्क फोर्स द्वारा जलवायु से संबंधित वित्तीय प्रकटीकरणों के और पारदर्शिता के लिए अच्छी प्रथाओं और मानकों को विकसित करने के लिए टीसीएफडी के साथ सहयोग किया है। जिसका लक्ष्य नवीन तकनीकी समाधानों के माध्यम से 2012 के हमारे आधारभूत वर्ष से 2025 तक 20 प्रतिशत उत्सर्जन की तीव्रता को कम करना है।
वेदांता समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और मुख्य सुरक्षा अधिकारी सुनील दुग्गल ने कहा कि ‘‘वेदांता के सभी कार्यों में जीरो हार्म, जीरो वेस्ट और जीरो डिस्चार्ज की महत्वाकांक्षी दृष्टि है। हम वर्तमान में संपत्ति अनुकूलन, औद्योगिक सहजीवन, बेहतर सामुदायिक संबंधों और रणनीतिक कार्बन एजेंडे के माध्यम से इसे पूर्ण करने की ओर अग्रसर हैं। परिचालनों के भीतर हमारे अभ्यास एसडीजी -12 से स्थायी उपभोग और उत्पादन के अुनरूप हैं। हम श्रेष्ठ सस्टेनेबल तरीके से व्यापार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यह अद्भुत है कि हमारे प्रयासों को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिल रही है। ”
ईएसजी रिसर्च, एसएण्डपी के ग्लोबल हेड मंजीत जुस कहा कि “हम वेदांता लिमिटेड और हिंदुस्तान जिंक को द सस्टेनेबिलिटी ईयर 2021 में मुकाम के लिए बधाई देते हैं, जो उद्योग के निर्माताओं और वित्तीय सामग्री ईएसजी मेट्रिक्स के संदर्भ में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को प्रदर्शित करता है। 7,000 से अधिक कंपनियों के आकलन के साथ, ईयरबुक में शामिल होना कॉर्पोरेट स्थिरता उत्कृष्टता का सही उदाहरण है। ”
धातुओं और खनन क्षेत्र में डॉव जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) रैंकिंग के अनुसार, वेदांता को 2020 में विश्व स्तर पर शीर्ष 12 कंपनियों में रखा गया है। कंपनी की स्थिरता रैंकिंग में निरंतर सुधार तीन वर्षो की प्रगति को दर्शाती है। हिंदुस्तान जिंक और वेदांता ने एशिया पेसिफिक में डीजेएसआई रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया है।
वेदांता 2050 तक कार्बन उत्सर्जन को काफी हद तक कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी पेरिस समझौते की समर्थक है और जीओआई के नेश्नली डिटरमाइंड कंट्रीब्यूटर्स (एनडीसी) के अनुरूप कार्बन कटौती लक्ष्यों को निर्धारित किया है। कंपनी ने कार्बन-न्यूट्रलिटी की ओर बढ़ने की स्वेच्छा से वचन देकर जलवायु परिवर्तन पर निजी क्षेत्र घोषणा पर हस्ताक्षर किए हैं।
वेदांता अपने प्रत्येक व्यवसाय के संचालन ढांचे में स्थिरता सिद्धांतों को एकीकृत करता है, जो बड़े पैमाने पर पर्यावरण, कर्मचारियों और समुदायों की रक्षा के लिए वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ संरेखित होते हैं। कंपनी का लक्ष्य बड़े, लंबे जीवन और कम लागत वाली परिसंपत्तियों के अपने विविध पोर्टफोलियो के माध्यम से सतत विकास को बनाए रखते हुए विकास और दीर्घकालिक मूल्य प्रदान करना है। सस्टेनेबल डेवलपमेंट एजेंडा को 4 स्तंभों, जिम्मेदार स्टीवर्डशिप, बिल्डिंग स्ट्रांग रिलेशनशिप, ऐडिंग और शेयरिंग वैल्यू, और स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशंस – जो यूएनजीसी के 10 सिद्धांतों, यूनाइटेड नेशन के एसडीजी और अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी), आईसीएमएम एवं ओईसीडी द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप विकसित किए गए हैं।