उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने हाथीपोल पुलिस थाने के एसआई पृथ्वीसिंह को तीन हजार रूपए रिश्वत लेते बुधवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उसने यह राशि मूर्ति तस्करी मामले में गिरफ्तार आरोपितों से मारपीट नहीं करने, रिमाण्ड नहीं बढ़वाने की एवज में ली थी। हाथीपोल थाने में आरोपितों के सामने ही हुई कार्रवाई से थाने में हड़कम्प मच गया। एएसपी बृजेश सोनी बताया कि उत्तरी आयड़ निवासी शेखर पुत्र शांतिलाल शर्मा ने ब्यूरो कार्यालय में शिकायत दी थी। उसका कहना था कि उसके पड़ौसी जुगनू पुत्र गोविन्द लाल भावसार व विकास उर्फ विक्की पुत्र लालचंद राव को मूर्ति तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
वह 17 अक्टूबर को हाथीपोल थाने में आरोपितों से मिलने पहुंचा तो पता चला कि जांच अधिकारी एसआई पृथ्वीसिंह उनसे मारपीट कर रहा था और रिमाण्ड बढ़वाने की धमकी दे रहा था। इस पर शेखर एसआई से मिला तो उसने 15 हजार रूपए रिश्वत मांगी और 10 हजार लेने पर राजी हो गया। पांच हजार रूपए उसने ले भी लिए लेकिन बकाया 5 हजार रूपए के लिए आरोपितों से मारपीट कर धमकाने लगा। सत्यापन में पुष्टि होने पर एसीबी ने जाल बिछाया और 3 हजार रूपए लेते ही एसआई पृथ्वीसिंह को धर लिया।
एक वर्षü पहले ही हुई पदोन्नति
आरोपित एसआई पृथ्वीसिंह पुत्र दौलतसिंह राजपूत मूलत: डूंगरपुर जिले के अमृतिया-आसपुर का है। वष्ाü 1981 में वह कांस्टेबल पद पर भर्ती हुआ था। वर्ष 2014 में वह उपनिरीक्षक बना था। जून 2014 से वह हाथीपोल थाने में तैनात था।