मीडिया में आ रही तमाम खबरों की पुष्टि करते हुए भारतीय सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि नियंत्रण रेखा पर मारे गए दो सैनिकों में से एक की गला काटकर हत्या की गई थी.
इससे पहले भारत सरकार ने बुधवार दोपहर पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब किया और अपने दो सैनिकों के मारे जाने की घटना पर कड़ा विरोध दर्ज कराया.
विदेश सचिव रंजन मथाई ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान बशीर से कहा है कि इस तरह की घटनाएं भारत कतई बर्दाश्त नहीं करेगा और पाकिस्तान को नियंत्रण रेखा का सम्मान करना होगा.
रंजन मथाई और सलमान बशीर के बीच आधे घंटे तक बातचीत हुई जिस दौरान मथाई ने उनसे कहा कि पाकिस्तान के सैनिक ही मेंढर सैक्टर में घुसे थे जहां उन्होंने गश्त लगा रहे भारतीय सैनिकों को निशाना बनाया.
दोनों देशों के बीच ये विवाद भारतीय सेना के इस बयान के बाद शुरु हुआ है कि मंगलवार को पाकिस्तान सेना ने दो भारतीय सैनिकों को मार दिया है और एक सैनिक के शव को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया गया है.
पाकिस्तान ने कहा है कि उसकी कार्यवाही बिना उकसावे की नहीं थी और भारत की ओर से जो कुछ भी कहा जा रहा है वह उसके ‘दुष्प्रचार’ का हिस्सा है.
पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने कहा है कि उनके देश ने आतंरिक जांच कराई है और भारतीय सैनिकों की हत्या में पाकिस्तानी सेना की कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा, “मैं नहीं जानती कि अब और क्या कहूं. हमने अपनी जांच पूरी कर ली है. अगल भारत को इस पर भरोसा नहीं है तो फिर हम किसी तीसरे देश की निष्पक्ष जांच के लिए तैयार हैं.”
‘उचित जवाब देंगे’
इससे पहले, भारत के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि कश्मीर में हुई बर्बर हत्याओं का भारत ‘उचित जवाब’ देगा.
उधर रक्षा मंत्री एके एंटनी ने पाकिस्तान की हरकत को अमानवीय करार दिया है.
भारतीय अधिकारियों का क्लिक करें आरोप है कि पाकिस्तान के सैनिकों ने मंगलवार को कश्मीर में दाख़िल होकर गोलीबारी की जिसमें भारत के दो सैनिक मारे गए हैं.
ठीक दो दिन पहले पाकिस्तान की सेना ने भी भारत के ख़िलाफ़ ऐसे ही आरोप लगाए थे जिसमें उसने कहा था कि भारतीय सैनिकों ने उसके एक सैनिक को मार गिराया जबकि एक सैनिक को घायल किया गया है.
जहां भारतीय सेना ने एक वक्तव्य में कहा है कि पाकिस्तान ने भारतीय सैनिकों को मार कर उसे भड़काने का काम किया है, वहीं पाकिस्तान की सेना का कहना है कि ये पाकिस्तानी सैनिकों की मौत की घटना से ध्यान बंटाने की भारतीय चाल है.
उधर अमरीका ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है.
‘अस्वीकार्य’
सेना के एक प्रवक्ता राजेश कालिया ने समाचार एजेंसी एएफपी से बातचीत में बताया कि दो सैनिकों में से एक का शरीर बुरी तरह से क्षत-विक्षत पाया गया.
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, “ये हरकत अस्वीकार्य, अमानवीय और अदूरदर्शी है. हमें इसका जवाब देना होगा और हम देंगे भी, लेकिन हमें सभी तथ्यों को ध्यान में रखना होगा. ये घटना दोनों देशों के बीच शांति वार्ता को रोकने की मंशा से की गई है. हमें ऐसे रास्ते खोजने होंगें जिससे शांति वार्ता पर बुरा असर न हो.”
उधर मुख्य विपक्षी दल भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान से दोस्ती बढ़ाने के बजाय उसे वैश्विक स्तर पर शर्मिंदा किया जाना चाहिए.
उनका कहना था, “भारत बड़े उत्साह के साथ बातचीत का दौर आगे बढ़ा रहा था. लेकिन इस चेतावनी के बाद भारत को पाकिस्तान के समक्ष एक लाल रेखा खींचनी होगी. अब पाकिस्तान पर आंख बंद कर भरोसा करना एक भूल होगी.”
मारे गए सैनिकों का नाम लांस नायक हेमराज सिंह व लांस नायर सुधाकर सिंह है.
रिश्तों में कड़वाहट
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में साल 2008 के मुंबई हमलों के बाद कड़वाहट बढ़ी थी, जिसका बुरा असर शांति वार्ता पर भी पड़ा था.
वर्ष 2003 के बाद नियंत्रण रेखा पर कमोबेश शांति रही है. लेकिन नवंबर 2008 में मुंबई में हुए चरमपंथी हमले के बाद भारत ने शांति वार्ता बंद कर दी थी. साल 2012 के फ़रवरी में दोनों देशों के बीच एक बार फिर बातचीत शुरू हुई थी.
पिछले महीने यानि कि दिसंबर 2012 में दोनों देशों के बीच हुए समझौते के तहत कुछ ख़ास क़िस्म के नागरिकों के लिए वीज़ा के नियमों में काफ़ी ढील दी गई थी.
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर इस तरह की गोलीबारी कोई नई बात नहीं है. लेकिन सैन्य घुसपैठ की बात आमतौर पर सामने नहीं आती.
कश्मीर के कुछ हिस्सों पर भारत और पाकिस्तान दोनों ही दावा करते हैं और इसी वजह से दोनों के बीच तनाव बना रहता है.
सो. बी बी सी