उदयपुर, । जिला कलक्टर विकास एस.भाले ने कहा कि शहर में सीवरेज ट्रीटमेण्ट प्लांट के लिए हिन्दुस्तान जिंक द्वारा जमीन खरीदी गई है तथा इसमें ट्रीटमेण्ट प्लांट स्थापित करने में करीब १८ महीनों का वक्त लगेगा।
जिला कलक्टर मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय पर्यटन विकास समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में नगर परिषद् सभापति श्रीमती रजनी डांगी ने शहर की यातायात व्यवस्था, पार्किंग,पर्यटन स्थलों के विकास, सहित कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर आवश्यक सुझाव दिये। बैठक में मेवाड कॉम्पलेक्स के तहत चावण्ड में निर्मित सम्पत्तियों के रख-रखाव पर जिला कलक्टर ने पर्यटन विभाग एवं सम्बन्धित अधिकारियों से आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इस योजना के तहत अब तक गोगुन्दा, दिवेर एवं छापरी स्थलों को रख-रखाव के लिए आवंटित कर दिया गया है।
शहर में यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था को सूचारू बनाये रखने तथा पर्यटन स्थलों की नियमित रूप से साफ-सफाई पर नगर परिषद् आयुक्त ने बताया कि सफाई कार्य नियमित रूप से करवाया जा रहा है तथा पार्किंग स्थल के रूप में बेलघर को विकसित करने की कार्यवाही की जा रही है।
बैठक में नगर परिषद सभापति ने कहा कि शहर की झीलों का सभी से जुडाव है। उन्होंने होटल एसोशिएशन के प्रतिनिधियों से कहा कि वे आगे आकर झीलों की सफाई का जिम्मा लें। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता ने बताया कि सहेलियों की बाडी की दिवार को ऊंचा किया गया है और इस पर आकर्षक पेंटिंग बनाई जाएगी जो पर्यटकों को अवश्य ही आकर्षित करेगी। शहर के सभी महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों पर सीटी मेप लगाने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा मेप उपलब्ध करवा दिया है। नगर परिषद् शीघ्र ही इन स्थलों पर मेप प्रदर्शित किये जाएंगे।
इसके अलावा बैठक में फतहसागर एवं प्रमुख पर्यटन स्थलों पर ऊंट सवारी व्यवस्थित एवं नियमानुसार करने शहर के मुख्य मार्गो एवं चौराहों पर लगे दिशा-सूचकों पर विज्ञापन , पोस्टर एवं फ्लेक्स आदि लगाने पर प्रभावी कार्यवाही करने, पर्यटन स्थलों की नियमित साफ-सफाई करने आदि बिन्दुओं पर भी चर्चा हुई।