उदयपुर. न्यू अहिंसा पूरी फतहपुरा का दीक्षित परिवार। सुशील कुमार, एसआईईआरटी से तो पत्नी सुबोध दीक्षित सरकारी स्कूल से शिक्षक के पद से सेवानिवृत्त। सुशील कुमार की आंखों से रोशनी जाती रही तो सुबोध गत दिनों हुई दुर्घटना के बाद अपने पैरों से चल फिर नहीं सकती। ऐसे में पड़ोस के कृष्णकुमार मेहता ने मजबूरी का फायदा उठाते हुए दीक्षित परिवार के सेटबैक में ही कब्जा कर पक्का निर्माण कर लिया। असर, यह रहा कि अब दीक्षित परिवार को हवा और रोशनी से वंचित रहना पड़ रहा है। बेटी ने विरोध किया तो कृष्ण कुमार के पटवारी बेटे ने यह कहते हुए धमकाया कि मैं यूआईटी का पटवारी हूं, विरोध का कोई फर्क नहीं पड़ेगा। काफी दिन गुजारने के बाद अब दीक्षित परिवार ने कलेक्टर आशुतोष पेडणेकर से मामले में गुहार लगाते हुए समस्या के समाधान की गुजारिश की है।
परिवार ने कहा-पड़ोसी ने रोक दी हवा-रोशनी
ऐसे उठाया लाचारी का फायदा
दीक्षित परिवार के दोनों सदस्यों की मजबूरी का भरपूर फायदा उठाया गया है। कृष्ण कुमार ने ग्राउंड फ्लोर पर कॉमन वॉल पर कॉलम खड़े कर दिए। उसके बाद फस्र्ट फ्लोर पर सैट बैक पर दीवार खड़ी कर निर्माण कर लिया। इससे उनकी हवा रोशनी बाधित हो रही है। दीक्षित ने बताया कि उन्होंने हाल ही में जिला कलेक्टर तक लिखित में शिकायत पहुंचाई,मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
कार्रवाई नहीं होने से स्थाई हो जाता है निर्माण
शहर में सेटबैक में अवैध निर्माण को लेकर यूआईटी व नगर निगम में कइयों शिकायतें पेंडिंग है। सेटबैक में निर्माण के दौरान ही पड़ोसी शिकायत लेकर यूआईटी व निगम में पहुंचते है, मगर समय रहते उन पर कार्रवाई नहीं होने से बाद में वह निर्माण स्थाई हो जाता है और उसकी परेशानी पड़ोस में रहने वाले परिवार को झेलनी पड़ती है। यदि समय रहते ऐसी शिकायतों पर कार्रवाई की जाए तो लोग सेट बैक में कब्जा करवाना ही छोड़ देंगे।
सेट बैक में नहीं है निर्माण
॥मैं वहां नहीं रहता हूं, मकान मेरे पिता जी का है। हमने सैट बैक में कोई निर्माण नहीं किया है। जैसा पड़ोसी का है वैसा निर्माण हमारा भी है।
राजेश मेहता, यूआईटी में कार्यरत पटवारी
निर्माण गलत करवाया है तो हर हाल में होगी कार्रवाई
॥मामला गंभीर है, सैट बैक में निर्माण करने वाला चाहे यूआईटी का पटवारी ही क्यों न हो। मैं कल ही इस मामले को दिखवा लेता हूं और यदि गलत निर्माण हुआ है तो हर हाल में कार्रवाई होगी।
आशुतोष पेडणेकर, कलेक्टर एवं चेयरमैन यूआईटी