भारतीय वायु सेना ने एक अभ्यास के दौरान सड़क पर अपना लड़ाकू विमान उतारने का सफल प्रयोग किया है.
भारतीय वायु सेना ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सेना आपात स्थिति में राष्ट्रीय मार्गों को लड़ाकू विमान उतारने के लिए रनवे के तौर पर इस्तेमाल करने को लेकर विचार कर रही है.
विज्ञप्ति के अनुसार इसी कोशिश के तहत लड़ाकू विमान मिराज 2000 को मथुरा के नज़दीक बने यमुना एक्सप्रेसवे पर सफलतापूर्व उतारा गया.
सहयोग
वायु सेना का कहना है कि इस अभ्यास से पहले आगरा में वायु सेना स्टेशन से मिलकर सभी प्रक्रियाएं पूरी की गईं और सुरक्षा के इंतजाम सुनिश्चित किए गए.
विज्ञप्ति के अनुसार इस अभ्यास के लिए उत्तरप्रदेश सरकार,यमुना एक्सप्रेसवे ऑथोरिटी और पुलिस से भी पूरा सहयोग मिला.
वायु सेना में इस तरह का प्रयोग भारत में पहली बार किया गया है. इस दौरान एक्सप्रेस को बंद कर दिया गया था.
किसी भी आपात स्थिति में रोड रनवे लैंडिंग के लिए बेहद जरुरी है और युद्ध के दौरान वायुसेना के अड्डे बर्बाद हो जाने की स्थिति में इन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है.
फिलहाल जर्मनी, पोलैंड, स्वीडन, दक्षिण कोरिया, ताइवान, फिनलैंड, सिंगापुर और पाकिस्तान उन कुछ देशों में से एक हैं जिन्होंने आपातकाल की स्थिति में एक्सप्रेसवे और हाईवे पर अपने विमान लैंड करने की सुविधा की हुई है.