हिन्दुस्तान जिंक की पहली तिमाही के परिणामों की घोषणा
खनित धातु उत्पादन में वृद्धि
उदयपुर । वेदान्ता समूह की जस्ता-सीसा एवं चांदी उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक ने आज मुम्बई में आयोजित अपनी निदेशक मण्डल की बैठक में 30 जून, 2015 को समाप्त पहली तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की।
कंपनी की प्रमुख उपलब्धियां:- 232,162 टन खनित धातु उत्पादन जो गत वर्ष की तुलना में ४२% अधिक है।
एकीकृत बिक्री योग्य जस्ता, सीसा एवं चांदी धातु उत्पादन में क्रमष ३५% ए २७% एवं ३३% की वृद्धि।
‘‘हिन्दुस्तान जिंक के चेयरमैन श्री अग्निवेष अग्रवाल जी ने बताया कि जिंक की कीमतें वैष्विक बाजार में पहले की तुलना में बेहतर सुधार हुआ है। वित्तीय वर्ष के दौरान गत वर्ष की तुलना में उत्पादन कम होने के फलस्वरूप वैष्विक जस्ता बाजार सुदृढ़ होने की संभावना है। भारतीय मैन्यूफेक्चरिंग क्षेत्र में उद्योगों के लिए एक सकारात्मक दृष्टिकोण है तथा आर्थिक सुधारों में सरकार के प्रयासों द्वारा वित्तीय प्रवाह के साथ सुधारों का संकेत दिख रहे हैं।
हिन्दुस्तान जिंक ने वित्तीय वर्ष 2016 की पहली तिमाही में 232,162 मी.टन खनित धातु का उत्पादन किया जो कि गतवर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 42 प्रतिषत अधिक है जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 163,131 मी. टन उत्पादन हुआ था। तिमाही के दौरान उत्पादन में कंपनी की रामपुरा आगूंचा, सिन्देसर खुर्द एवं कायड़ खदानों में उत्पादन का सर्वाधिक योगदान रहा हैं। तिमाही के दौरान खनित धातु का उत्पादन कंपनी की योजना अनुसार 14 प्रतिषत कम रहा है।
वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के दौरान एकीकृत बिक्री योग्य जस्ता, सीसा एवं चांदी धातु का उत्पादन गत वर्ष की समान अविध की तुलना में क्रमष ३५% ए २७% एवं ३३% अधिक रहा है।
वित्तीय वर्ष 2016 की पहली तिमाही के दौरान धनित धातु का उत्पादन गत वर्ष 2015 की तुलना में अधिक होने की संभावना हैं। एकीकृत रिफाईन्ड धातु का उत्पादन, जिसमें चांदी सम्मिलत है, के उत्पादन में भी वृद्धि होने की संभावना है।
वित्तीय वर्ष 2016 की पहली तिमाही के दौरान कंपनी ने 3,596 करोड़ रु. का राजस्व अर्जित किया जबकि गतवर्ष की इसी अवधि में 2,963 करोड़ रुपये अर्जित किये थे। राजस्व में बढ़ोतरी लन्दन मेटल एक्सचेंज में कीमतों में वृद्धि के परिणास्वरूप हुई है।
वित्तीय वर्ष 2016 की पहली तिमाही में कंपनी ने 1,921 करोड़ रु. का शुद्ध लाभ अर्जित किया है जो गतवर्ष की इसी अवधि की तुलना में 19 प्रतिषत अधिक है। पहली तिमाही के प्रचालन शुद्ध लाभ में वृद्धि कंपनी के सकारात्मक प्रचालनों के परिणास्वरूप हुआ है।
रामपुरा-आगुचा तथा सिन्देसर खुर्द में शाफ्ट का कार्य सुचारू रूप से प्रगति पर है तथा निर्धारित समय पर पूरा होने की संभावना है। पहली तिमाही के दौरान रामपुरा आगुचा खदान में नॉर्थ वेन्टीलेषन शाफ्ट का कार्य सम्पूर्ण हो गया है। योजना अनुसार रामपुरा आगुचा खदान में ऑपन पिट को गहरा करने का कार्य भी प्रगति पर है।
सिन्देसर खुर्द खदान में शाफ्ट का कार्य सुचारू रूप से जारी है तथा खदान के आंतरिक संरचना के कार्य तथा शाफ्ट एवं वेन्टीलेषन के विकास के कार्य प्रारंभ कर दिये गये है।
कायड़ खदान का विस्तार कार्य से उत्पादन क्षमता, वर्ष के अंत तक 1 मिलियन मी.टन हो जाएगा।