अब तक भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ एवं राजसमन्द जिलों के 112 विद्यालयों को अपनाया
उदयपुर। राजस्थान सरकार के साथ मिलकर हिन्दुस्तान जिंक ने उदयपुर जिले के जावर, मटून, देबारी ज़िंक स्मेल्टर एवं उदयपुर सिटी के 40 विद्यालयों को अपनायेगा तथा इन सभी विद्यालयों का कायाकल्प होगा जिसमें आधारभूत बदलाव भी शामिल है।
इन 112 ग्रामीण सरकारी विद्यालयों में, 72 भीलवाड़ा से, 20 चित्तौडगढ़ तथा 20 राजसमन्द से शामिल हैं। भिलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ तथा राजसमन्द जिले के 112 विद्यालयों में कार्य प्रगति पर है तथा उदयपुर जिले में 40 सरकारी विद्यालयों के कायाकल्प के लिए अनुबंध पर आज हस्ताक्षर किये जाएंगे।
यह कार्य पब्लिक-प्राईवेट पार्टनरषिप मॉडल के तहत पूरा किया जाएगा जिसमें बाऊण्ड्री वॉल का निर्माण, अतिरिक्त कक्षा-कक्षों का निर्माण, हैण्ड पम्प, शोचालयों का निर्माण, डेजर्ट कूलर, एग्जास्ट एवं सीलिंग पंखे तथा फर्नीचर, विद्यार्थियों के लिए स्कॉलरषिप एवं पुरस्कार, पौधारोपण, खेल के लिए प्ले ग्राऊण्ड का निर्माण, स्वच्छ पानी के लिए अतिरिक्त वाटर कनक्षन तथा भवनों, फर्नीचर तथा अन्य आधारभूत सुविधाओं की देख-भाल एवं रख-रखाव आदि सम्मिलित है।
इस कार्य को समय अनुसार पूरा करने के लिए एक समिति का गठन किया जायेगा जिसमें हिन्दुस्तान जिंक संबंधित विद्यालय से तथा प्रभारी जिला कलेक्टर की ओर से नियुक्त किया गया है। हिन्दुस्तान जिंक आवष्यकतानुसार कार्य के लिए प्रतिवर्ष सीधा बजट उपलब्ध करायेगा।
ज्ञातव्य रहे कि उदयपुर जिले के तीन पंचायत क्षेत्रों में भी चयनित विद्यालयों का कायकल्प करने की दिषा में हिन्दुस्तान जिंक एवं जिला परिषद के बीच अनुबंध पत्र पर 12 फरवरी, 2014 को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में सुबह 11ः 00 बजे हस्ताक्षर किये जाएंगे। जिला कलेक्टर कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में हिन्दुस्तान जिंक की ईकाइयों जावार, देबारी एवं मटून के ईकाइ प्रधान एवं जिं़क के सी.एस.आर. अधिकारी तथा जिला प्रषासन की ओर से जिला कलक्टर, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा प्रषासनिक अधिकारी अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर के समय उपस्थित रहेंगे। उल्लेखनीय है कि इन 40 विद्यालयो में देबारी पंचायत के 10 विद्यालय, जावर पंचायत के 12 विद्यालय, मटून पंचायत के 8 तथा उदयपुर सिटी के 10 विद्यालयों का चयन किया गया है जिसमें 9 बालिका विद्यालय भी सम्मिलित है।
हिन्दुस्तान जिंक के एसोसिएट वाइस प्रेसीडेन्ट एवं हेड – कार्पोरेट कम्यूनिकेषन, पवन कौषिक ने बताया कि इन 40 विद्यालयों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हिन्दुस्तान जिंक खर्च वहन करेगा। उदयपुर जिले में यह कार्य तीन वर्ष में पूरा किया जाएगा। इन सुविधाओं से विद्यार्थी अध्ययन प्राप्त कर षैक्षणिक क्षेत्र में समाज की मुख्य धारा से जुडकर नई उपलब्धियों को हांसिल कर सकेंगे।
हिन्दुस्तान जिं़क भारत का एकमात्र एवं विष्व का सबसे बड़ा एकीकृत जस्ता उत्पादक है तथा केन्द्र एवं राजस्थान सरकार के सहयोग से अनेकों सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों द्वारा गांवों में उन्नति एवं विकास ला रहा है ।