उदयपुर। भेरूलाल भील, राजसमंद जिला के रेलमगरा ब्लॉक के गांव का एक छोटा सा किसान है जो कभी स्कूल नहीं गया। भेरूलाल 14 से 16 घंटे प्रतिदिन परिश्रम कर अपनी आमदनी से घर चलाता था। परन्तु आज भेरूलाल अपनी दृढ़ इच्छाषक्ति तथा हिन्दुस्तान जिंक के सहयोग से एक ‘आदर्ष किसान’ बन गया है।
हिन्दुस्तान जिंक एवं बायफ (रिडमा) के सहयोग से संचालित उन्नत कृषि-उद्यान एवं वर्षा जलसरंक्षण कार्यक्रम से राजसमंद जिले के किसानों के जीविकापार्जन में महत्वपूर्ण बदलाव आया है। इस परियोजना के तहत किसानों को हिन्दुस्तान जिंक के कृषी-उद्यान विकास कार्यक्रम द्वारा गाँवों में किसानों को फसलों की आधुनिक तकनिकी, बीज, ऊर्वरक, पेस्टीसाइड, इसेक्टसाइड्स, नकदी फसलों की मार्केटिंग तथा फलदार पौधारोपण के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की जाती है। इस महत्ती परियोजना के माध्यम से किसान अच्छी फसल उपजा कर नकद लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा संचालित उन्नत कृषि-उद्यान एवं वर्षा जलसरंक्षण के तहत राजसमंद जिले के रेलमगरा ब्लॉक के ग्वारड़ी ग्राम पंचायत की ठाकर की ढाणी का रहने वाला किसान भेरूलाल भील ने इस परियोजना के सहयोग से खेती करने की आधुनिक तकनिकी के बारे में जानकारी लेकर फसल उत्पादन प्रारंभ किया। खेती करने के आधुनिक तरीके अपनाकर भेरूलाल ने कठिन परिश्रम एवं सच्ची लगन से कार्य किया जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि हुई। अधिक फसल उत्पादन होने से उसकी आमदनी में इजाफा हुआ जिससे उसके परिवार की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हुई।
भेरूलाल का कहना है कि हिन्दुस्तान जिंक ने उसे एक सफलतम किसान बनाया है जिससे आज उसकी वार्षिक आमदनी 80,000 रु. से बढ़कर ढाई लाख रु. हो गयी है। भेरूलाल आज हिन्दुस्तान जिं़क के सहयोग से संचालित परियोजना की सहायता से आर्थिक व सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर है ।
भेरूलाल इससे पहले फसल उत्पादन का कार्य पुराने तरीके से ही करता था जो जटिल एवं महंगा पड़ता था तथा पूर्णरूप से मेहनत का फल नहीं मिलता था लेकिन अब, वह हिन्दुस्तान ज़िंक के सहयोग से आधुनिक तरीके अपनाकर फसल का उत्पादन करने लगा है तथा लाभान्वित हो रहा है।
भेरूलाल जैसे और भी किसानो को के.वीके चित्तौडगढ, माउन्ट आबू तथा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी बीकानेर में कृर्षि संबंधित प्रषिक्षण के लिए भेजा गया। आज भेरूलाल भील जैसे अन्य किसान भी बेमौसमी फसले उगाते हैं ।
भेरूलाल को गुणवत्तायुक्त फसल उत्पादन एवं उल्लेखनीय योगदान के लिए आयोजित जिला स्तरीय कृषि मेला के दौरान माननीय केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री डॉ. सी.पी.जोषी ने सम्मानित किया तथा उनके कृषि क्षेत्र में किये गये कार्य की प्रषंसा की।
हिन्दुस्तान जिंक के हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेषन श्री पवन कौषिक ने बताया कि ‘‘हिन्दुस्तान जिं़क एवं बायफ (रिडमा) के सहयोग से संचालित उन्नत कृषि-उद्यान एवं वर्षा जलसरंक्षण कार्यक्रम से राजसमंद जिले के किसानों के जीविकापार्जन में महत्वपूर्ण बदलाव आ रहा है। इस महत्ती परियोजना के माध्यम से वेदांता-हिंदुस्तान जिं़क राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास की दिशा में सराहनीय काम कर रहा है।’’
भेरूलाल भील आज गाँव का एक ‘आदर्ष किसान’ के नाम से जाना जाता है। भेरूलाल द्वारा कृषि क्षेत्र में निष्पादित कार्यों को राजसमंद के जिला कलक्टर, बैकिंग निवेष समिति, जर्नलिस्टस, डिग्निट्रीज विजिट कर चुके हैं तथा दिल से सराहना की है।