उदयपुर। सीआईआई-आईटीसी द्वारा स्थापित सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर सस्टेनेबल डवलपमेंट ने पर्यावरण, सामाजिक विकास एवं निगमित के क्षेत्र में कार्य कर रही 100 अग्रणीय कंपनियों को परखा। इन 100 कंपनियों को 20 अलग-अलग क्षेत्रों में से चुना गया था। इन सभी कंपनियों के बारें में विभिन्न सूत्रों से जानकारी प्राप्त की गई जिससे इन कंपनियों के कार्यों को पर्यावरण, सुरक्षा, सामाजिक विकास एवं निगमित क्षेत्र में परखा जा सके।
वेदान्ता समूह की कंपनी हिन्दुस्तान जिंक को पर्यावरण, सुरक्षा, सामाजिक विकास एवं निगमित क्षेत्र में अग्रणीय कार्य करने के लिए भारत की श्रेष्ठ दस कंपनियों में प्रमाणित किया गया है।
इस प्रमाण के साथ ही हिन्दुस्तान जिं़क अब सस्टेनेबल प्लस प्लेटिनम का चिह्न अपने विभिन्न प्रकाषनों में लगा पाएगा जिससे कंपनी की मान्यता व गुणवत्ता पर और अधिक सार्थक प्रभाव पडे़गा।
हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल ने बताया कि सीआईआई-आईटीसी द्वारा स्थापित सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर सस्टेनेबल डवलपमेंट की प्रमाणिक्ता हिन्दुस्तान जिंक के पर्यावरण, सुरक्षा, सामाजिक विकास एवं निगमित के क्षे़त्र में निरन्तर प्रयासों को प्रमाणित करती है। हिन्दुस्तान जिंक का मानना है कि उद्योगों का सार्थक प्रभाव समाज पर पूर्ण रूप से पड़ना चाहिए।
सीआईआई-आईटीसी द्वारा स्थापित सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर सस्टेनेबल डवलपमेंट की एग्जीक्यूटीव डायरेक्टर सीमा अरोड़ा ने कहा कि वेदान्ता पर्यावरण, सुरक्षा, सामाजिक विकास एवं निगमित क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।