उदयपुर । महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संघटक प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय में हिन्दुस्तान जिंक (वेदान्ता) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम अलबानिस ने अभियांत्रिक छात्रों को देश निर्माण में अपने योगदान देने का आव्हान किया। उन्होनें अपने उद्बोधन में हिन्दुस्तान जिंक का उदाहरण देते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में विद्यार्थियों को अपनी इन्नोवेटिव सोच को प्रधानता देनी चाहिये जिससे वे भविष्य में न केवल अपने लिए अपितु समाज के अन्य व्यक्तियों के लिए भी रोजगार के अवसर उत्पन्न कर सकेगें।
उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि आने वाले 10 वर्षो में प्राकृतिक संसाधनों का चार गुना खपत बढ़ जायेगी अतः उनके खनन के लिए पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए जैव विविधता बनाए रखना आवश्यक होगा। निम्न स्तर के खनिजों का दोहन के लिए आर्थिक रूप से सक्षम तकनीक का विकास आवश्यक होगा । सुरक्षित खनन के लिए विभिन्न संकायों के अभियन्ताओ का योगदान महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर श्री अखिलेष जोषी, हिन्दुस्तान के जिंक मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि सीटीएई के सभी आठ ब्रान्चों के तृतीय वर्ष में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को 50 हजार की स्कॉलरषिप प्रदान की जायेगी।
उन्होनें कहा कि सीटीएई के उच्च शैक्षणिक स्तर को देखते हुए प्लेसमेंट में खनन अभियांत्रिकी के साथ ही बाकी सभी ब्रान्चों के लिए भी सीटीएई के विद्यार्थियों को वरीयता प्रदान की जायेगी।
कार्यक्रम के आरम्भ में वेदान्ता द्वारा निर्मीत एक डॉक्यूमेन्ट्री फिल्म का भी प्रर्दषन किया गया। छात्रों द्वारा पुछे गये विभिन्न रोजगार संबंधी प्रष्नों का श्री टॉम अलबानिस ने उचित जबाव देकर विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान किया व सन्तुष्ट किया। कार्यक्रम की शुरूआत में महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ0 बी.पी. नन्दवाना ने महाविद्यालय की विभिन्न गतिविधिओं की जानकारी देते हुए कहा कि गत वर्ष इस महाविद्यालय द्वारा अपनी स्थापना की स्वर्ण जयन्ती मनाई गयी है। उन्होनें यह भी जानकारी दी कि महाविद्यालय को एन.आई.टी.टी.टी.आर द्वारा सर्वश्रेष्ठ महाविद्यालय का खिताब भी प्रदान किया गया है। इस महाविद्यालय के छात्रों ने विभिन्न राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय संगठनों में उल्लेखनीय कार्य करके देष का नाम रोषन किया है। कार्यक्रम के अंत में सीटीएई प्रषासनिक अधिकारी डॉ0 दीपक शर्मा ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया।