उदयपुर, सोमवार को बीएन कॉलेज छात्र की हत्या की मुख्य वजह थी कालेज में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुति दिसम्बर से जनवरी आखिर तक लगभग शहर के सभी कालेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। ओर हर कालेज में होने वाले यह वार्षिकोत्सव में छात्र अपनी प्रतिभा बताये ना बताए हुडदंग, हुटिंग,छेडछाड जरूर करते है जिन पर कालेज प्रशासन का कोई कंट्रोल नहीं होता।
हर कॉलेज चाहे वह सांईस हो आर्टस हो,कॉमर्स हो या श्रमजीवी सभी मे ंहोने वाले वार्षिकोत्सव कार्यक्रम दो तीन दिन चलते है ओर इन दो तीन दिन छात्र जकर हुडदंग करते है। अपना वर्चस्व दिखाने के लिए हर तरीका अपनाते है। कालेज प्रशासन सिर्प* उदघाटन सत्र में मौजुद होता है बाकी पूरा कार्यक्रम छात्रों के भरोसे छोड दिया जाता है ऐसे में लडकियों से छेडखानी, हुटिंग आदि आम बात हो गई ओर इनको लेकर झगडे होते ही जिन पर कालेज प्रशासन कभी सख्ती नहीं बरतता। जिस कालेज में प्रोग्राम होता है वहां दूसरे कालेज के छात्र झुण्ड बना कर आते है ओर साथ में छात्र नेता भी आते है जिनका माईक में नाम बोल कर स्वागत करना होताहै अगर ऐसा नहीं हुआतो उस छात्र नेता की तोहिन होती है। यह प्रथा लगभग हर कालेज के सांस्कृतिक कार्यक्रम में देखने को मिलती है। इसी दौरान हुए झग$डे बडा रूप ले लेते है। जिसकी परिणिती में एक छात्र को अपनी जान गंवानी पडी। अगर ऐसे कार्यक्रमों के दौरान कॉलेज प्रशासन का अंकुश नहीं हो तो ऐसी घटनाएं नहीं हो।