उदयपुर। आवासन मंडल की पानेरियों की मादड़ी योजना में 672 लोगों का घर का सपना पूरा हुआ, लेकिन ये घर उन्हें करीब ढाई साल बाद मिलेंगे। कारण यह है कि जिन फ्लैट्स की लॉटरी गुरुवार को निकाली गई वे अभी बने नहीं है। मंडल का दावा है कि एक साल में फ्लैट बनाकर दिए जाएंगे।
लेकिन अब तक की योजनाओं में मंडल कम से कम ढाई साल का वक्त लेता रहा है। ये फ्लैट आर्थिक दृष्टि से कमजोर (ईडब्ल्यूएस), अल्प आय वर्ग (एलआईजी) और मध्यम आय वर्ग-अ (एमआईजी-ए) के लोगों को दिए जाने हैं। गुरुवार को लॉटरी का कुछ लोगों ने विरोध भी किया। उन्हें ऑनलाइन लॉटरी पर अविश्वास था, वे गोटी पद्धति से लॉटरी चाहते थे। बाद में कुछ आवेदकों के दखल पर प्रक्रिया सुचारू हुई।
पसंदीदा रंग और जन्म वर्ष पूछने पर जगी दिलचस्पी
उप आवासन आयुक्त ने लॉटरी से पहले पासवर्ड लेने के लिए पांच प्रश्न तीन चरण में पूछे। इसमें पसंदीदा रंग, पसंदीदा शहर, पर्यटन स्थल, उम्र, जन्म वर्ष पूछा गया। लॉटरी के समय यह प्रश्न पूछे गए तो लोगों की दिलचस्पी बढ़ती रही। हर बार पासवर्ड सार्वजनिक कर कमेटी सदस्यों से हस्ताक्षर के बाद डायल किए गए और लॉटरी के प्रिंट निकाले गए। इस प्रिंट को सार्वजनिक चस्पा करने के साथ ही नामों का खुलासा भी अंत में किया गया। साथ ही वेबसाइट पर भी इसे अपलोड करने की जानकारी दी।
कलेक्टर प्रतिनिधि ने प्रक्रिया को सही बताया, फिर भी पुष्टि के लिए चार बार ट्रायल
कुछ लोगों के विरोध को देखते हुए कलेक्टर प्रतिनिधि रुचि प्रियदर्शिनी ने कंप्यूटर लॉटरी को सही ठहराया और किसी भी नाम पर मिलीभगत होने की संभावना से इंकार किया। इसकी पुष्टि के लिए चार बार ट्रायल लॉटरी निकाली गई। पहली ट्रायल में कंप्यूटर के पास काफी संख्या में विरोध करने वाले लोग जमा रहे। ये गलत पद्धति का विरोध करने के लिए आना बता रहे थे। बुजुर्ग लोग व महिलाओं ने इन लोगों का विरोध शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें बाहर किया। तीन ट्रायल लॉटरी महिलाओं की मौजूदगी में निकाली गई।
महिलाओं ने लोगों को इस लॉटरी पर सहमति जताई। उसके बाद लॉटरी प्रक्रिया शुरू हुई। कमेटी में कलेक्टर प्रतिनिधि के अलावा संपदा प्रबंधक एम.एस. झाला, आवासीय अभियंता खंड द्वितीय मनमोहन सिंह और उप आवासन आयुक्त एम.एम. माथुर थे।
आगे क्या
अब कितने रुपए जमा होंगे
जिन के नाम लॉटरी खुली है। उन्हें आवासन मंडल की ओर से जल्दी ही आरक्षण पत्र भेजा जाएगा। इसमें फ्लैट मिलने से पहले तीन किश्तों में सीड मनी जमा करानी होगी। कमजोर आय वर्ग के चयनित लोगों को 5-5 हजार रुपए की तीन किश्तों में, अल्प आय वर्ग के चयनितों को 10-10 हजार तीन किश्तों में और मध्यम आय वर्ग -ए के लिए पहली किश्त 40 हजार, दूसरी और तीसरी किश्त 30-30 हजार रुपए की जमा करानी होगी। .
बाकी राशि कब्जे के समय
जिन लोगों के नाम फ्लैट खुला है उन्हें सीड मनी जमा कराने के बाद कब्जे के समय शेष राशि जमा करानी होगी। किराया क्रय पद्धति वालों की किश्तें कब्जे के समय शुरू होंगी। नकद में खरीदने वालों को कब्जा लेने से पहले पूरी राशि जमा करानी होगी।
कब मिलेगा रिफंड
जिन के फ्लैट नहीं खुले हैं, उन्हें अगले कुछ दिनों में फार्म के साथ जमा कराई राशि रिफंड की जाएगी। यह राशि आवेदक के बैंक अकाउंट नंबर के हिसाब से खाते में ट्रांसफर की जाएगी। मंडल के अनुसार एक महीने में इस प्रोसेस को निबटाया जाएगा।