प्रेम विवाह करने की पीहर पक्ष ने दी सजा, आठ साल बाद ससुराल से घसीटकर निकाला और केरोसिन डालकर आग लगा दी, पुलिस ने भाई सहित तीन को गिरफ्तार किया, करीब पांच लोगों की तलाश जारी
उदयपुर । डूंगरपुर जिले के आसपुर थाना क्षेत्र के पचलासा गांव में ऑनर किलिंग का दिल दहला देने वाला मामला सामना आया है। अपनी मर्जी से शादी करने का युवती को आठ साल बाद गांव लौटने पर पीहर पक्ष के लोगों ने ससुराल से घसीटकर बाहर निकाला और गांव के चौराहे पर जिंदा जला दिया। आरोपियों ने साक्ष्य मिटाने के लिए रात में ही मृतका का अंतिम संस्कार भी कर दिया। इस दिल-दहला देने वाली घटना को लेकर क्षेत्र में दहशत और तनाव का माहौल है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात है। पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड के आरोपी मृतक के भाई सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को इस हत्याकांड में आठ से नौ लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है, जिनकी पहचान करके गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार आसपुर थाना क्षेत्र के पचलासा गांव की रमा कुंवर ने 2007 में रमा कुंवर ने घर से भाग कर गांव के ही प्रकाश सेवक नामक युवक के साथ शादी कर ली। रमा कुंवर शादी करने के बाद कभी गांव में वापस नहीं आई। रमा कुंवर दो दिन पूर्व ही उसके पति प्रकाश सेवक के साथ अपने गांव पहुंची। वह पिछले दो दिनों से अपनी सास और भाभी के साथ रही रही थी। गांव में आने पर राम कुंवर के भाई व अन्य परिजनों ने उसको धमाया और गांव से वापस चले जाने को कहा, लेकिन रमा कुंवर नहीं गई। कल रात एक बजे रमा कुंवर के भाई लक्ष्मणसिंह सहित आठ-नौ अन्य परिजन रमा कुंवर के घर में घुसे और रमा कुंवर के ससुराल वालों के साथ मारपीट की। बाद में रमा कुंवर को घसीटते हुए गांव के चौराहे पर लाए, जहां उसे केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया। आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए रात को ही मृतका का अंतिम संस्कार भी कर दिया। इस घटना के बाद मृतका रमा कुंवर की सास ने पुलिस को सूचना दी, जिस पर पुलिस गांव में पहुंची और रमा कुंवर के भाई सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस इस हत्याकांड के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
पता चला है कि २००७ में जब रमा कुंवर ने प्रकाश से प्रेम विवाह किया था, तब भी रमा के पीहर पक्ष के लोगों ने प्रकाश के परिजनों से मारपीट की थी। पीहर पक्ष ने रमा की काफी तलाश भी की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। दो दिन पूर्व ही रमा आठ साल बाद वापस गांव लौटी थी, जिसे पीहर पक्ष के लोगों ने जिंदा जलाकर मार दिया। रमा कुंवर के एक तीन साल की बच्ची है, जो अभी उसके पति के पास है।