फोब्र्स इण्डिया टाॅप 50 कम्पनी की सूची में हिन्दुस्तान जिंक

Date:

Post News । फोब्र्स इण्डिया की सूची में राजस्थान की एकमात्र तथा प्राकृतिक संसाधन कंपनी में भी एकमात्र कंपनी हिन्दुस्तान जिंक
फोब्र्स इण्डिया ने 50 शीर्ष भारतीय कंपनियों की सूची जारी की है जिसमें एकमात्र प्राकृतिक संसाधन कंपनी के रूप में हिन्दुस्तान ज़िंक को शामिल किया गया है। फोब्र्स इण्डिया ने हिन्दुस्तान जिंक पर प्रकाष डालते हुए अयस्क के फायदे, लागत पर नियंत्रण, अधुनातन टेक्नोलाॅजी का उपयोग तथा त्वरित रूप से एकीकृत परिचालनों को अपनाना, कंपनी के मुख्य आकर्षण के रूप में केन्द्रित किया गया है।
हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सुनिल दुग्गल ने खुषी व्यक्त करते हुए कहा कि ‘‘हिन्दुस्तान जिंक फोब्र्स इण्डिया सुपर 50 कंपनियों की सूची 2017 में शामिल होने से अति प्रसन्नता हो रही है। हमारी मुख्य दक्षता लागत पर नियंत्रण और उत्पादन मात्रा में वृद्धि करना है। समय-समय पर भारत में जस्ता की खपत कई बार बढ़ी है। श्री दुग्गल ने बताया कि बुनियादी ढांचा, सौंदर्य प्रसाधन, दवाइयाॅं, पेंट, रबर, सर्जिकल उपकरण, प्लास्टिक, वस्त्र, साबुन और बैटरी जैसे बाजारों में जस्ता के उपयोग के साथ ही विस्तार किया गया है।’’
श्री सुनील दुग्गल ने कहा कि ‘‘जंग का सुरक्षा पर सीधा प्रभाव पड़ता है जिससे रेलवे जैसे क्षेत्रों, तटीय क्षेत्रों के आस-पास आधारभूत ढांचे, आॅटोमोबाइल और ऊर्जा क्षेत्रों पर अधिक ध्यान देने की ज़रूरत है।’’
तटवर्ती इलाकों के निकट विषेष रूप से निर्मित ठोस संरचनाओं की गिरावट के लिए प्रमुख कारणों में से जंग एक है। नमी के साथ तटीय लवण से प्रभावित धातु सतहों से इमारतों में प्रवेष कर इमारत को नुकसान पहुंचाते हैं। मूल रूप से कहना है कि जब स्टील को जंग लग जाता है, तो स्टील का घनत्व बढ़ जाता है जिससे स्ट्रक्चर में दरारें आ जाती है, जो बाद में पतन का कारण बन सकती है।
एक और महत्वपूर्ण क्षेत्र है आॅटोमोबाइल जिस पर अधिक ध्यान देने की आवष्यकता है। भारतीय कार निर्माता घरेलू बाजार में निर्मित कारों के लिए लगभग 3 प्रतिषत गेलवनाईज का उपयोग करते हैं। यद्यपि एक भारतीय कार निर्माता उसी माॅडल की कारों के लिए 70 प्रतिषत गेलवनाईज का उपयोग करती हैं। ज्ञातव्य रहे कि यूरोप, उत्तरी अमेरिका, कोरिया और जापान में कार निर्माता दषकों से कार बाॅडी पैनलों के लिए गेलवनाईज का उपयोग कर रहे हैं और कम से कम 10 वर्षों की जंग की गारंटी भी प्रदान करते हैं। जबकि भारतीय उपभोक्ताओं के लिए बनाई जाने वाली अधिकांष कारों के लिए ऐसी कोई सुरक्षा नहीं है। भारत में 60 प्रतिषत से अधिक कारों की सतह पर जंग लगा है जो स्टील की मजबूती और कार की लाईफ को कम कर देता है जिससे सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न होता है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसके लिए न तो कोई सरकारी पाॅलिसी है और न ही उपभोक्ताओं को इन मानकों के बारे में जानकारी है।
इसी प्रकार रेलवे की पटरियों का गैलेवेनाईजिंग केवल रेल गाड़ियों की सुरक्षा के लिए ही नहीं बल्कि रेलवे टेªक्स की भी ज्यादा लाईफ बढ़ाता है। 125,000 किलोमीटर से ज्यादा फैले भारत में रेल पटरियां विष्व का तीसरा सबसे बड़ा समूह है। जंग रहित रेल पटरियों के पूर्व-प्रतिस्थापन के कारण 450 करोड़ रुपये का वार्षिक नुकसान होता है। कई दुर्घटनाओं के लिए फिष-प्लेटों को जिम्मेदार माना गया है। न सिर्फ फिष-प्लेटें बल्कि बोल्टों को भी सुरक्षा की ज़रूरत है जो जंग से सुरक्षा करती है। विषेषज्ञों के अनुसार जंग के कारण प्रतिवर्ष लगभग 4 प्रतिषत जीडीपी का नुकसान हो रहा है जो रेलगाड़ियों में गेलवनाईज के माध्यम से रोका जा सकता है।
जब भारत स्मार्ट सिटीज प्रोजेक्ट, डिजिटल इण्डिया और मेक इन इण्डिया जैसी परियोजनाओं का संचालन कर रहा है तो ऊर्जा क्षेत्र और ग्रामीण विद्युतीकरण पर अधिक जोर दिये जाने की ज़रूरत है। हाई वोल्टेज लाइनों के आगमन के बाद से इलेक्ट्रिक यूटिलिटी मार्केट में हाॅट डिप गेलवनाईज स्टील का उपयोग किया गया है। भावी पीढ़ी की सुविधा, सबस्टेषन, टाॅवर और नवीनीकरणीय ऊर्जा घटकों में गेलवनाईज्ड किसी भी वैष्विक अर्थव्यवस्था के लिए रीढ़ की हड्डी है। जब भारत हर बुनियादी ढांचा के आधार पर प्रत्येक गांव में बिजली उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है तो बिजली ट्रांसमिषन को कई सालों तक सुरक्षित रखने की जरूरत है।
दुनिया भर में लगभग 50 प्रतिषत जस्ता खनित का गेलेवेनाईजिंग में उपयोग, 17 प्रतिषत जस्ता मिश्र धातु के लिए, 17 प्रतिषत पीतल और कांस्य बनाने के लिए, 6 प्रतिषत जस्ता सेमी-मैन्यूफेक्चरिंग में, 6 प्रतिषत रसायनों में और अन्य विविध प्रयोजनों के लिए 4 प्रतिषत का उपयोग किया जाता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

हिन्दुस्तान जिंक के स्वास्थ्य अभियान के तहत विश्व स्तनपान सप्ताह आयोजित

हिंदुस्तान जिंक, द्वारा स्वास्थ्य अभियान के तहत् विश्व स्तनपान...

हिंदुस्तान जिंक द्वारा खनन कार्यों में आंतरिक प्रतिभा के कौशल एवं अवसर वृद्धि हेतु जावर में ‘हिंदुस्तान जिंक माइनिंग अकादमी’ का शुभारंभ

इस अनूठी पहल से भूमिगत खदानों में जंबो हेल्पर्स प्रमाणित ऑपरेटर बन सकेंगे - पांच महीने तक चलनेवाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 16 सप्ताह का क्लासरूम इंस्ट्रक्शन शामिल होगा उदयपुर, 30 जुलाई, 2022: देश की एकमात्र और विश्व...

हिन्दुस्तान जिंक की आरडी माइन को स्वास्थ्य एवं सुरक्षा हेतु सिल्वर अवार्ड

हिन्दुस्तान जिंक के दरीबा स्मेल्टिंग काॅम्प्लेक्स के राजपुरा दरीबा...