वर्ष के दौरान 887,000 टन रिकॉर्ड खनित धातु उत्पादन
उदयपुर । हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने 31 मार्च, 2015 को समाप्त वित्तीय वर्ष तथा इसी वर्ष की चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा की।
कंपनी की प्रमुख उपलब्धियां:-
वर्ष के दौरान 887,000 टन रिकॉर्ड खनित धातु उत्पादन ।
कंपनी के निदेशक मण्डल ने १२५% लाभांश की सिफारिष की है जो वित्तीय वर्ष में कुल २२०% है।
‘‘हिन्दुस्तान जिंक के चेयरमैन श्री अग्निवेष अग्रवाल जी ने बताया कि हम स्वर्ण जयन्ती वर्ष के दौरान, कंपनी के बेहतर निष्पादन के लिए प्रतिबद्ध हैं। आने वाले वर्षों में जिंक की कीमते बढ़ने की संभावना है जो खनित उत्पादन के साथ अनुकूल जस्ता बाजार की गतिषीलता को बनाये रखेगा। वर्ष के दौरान नया एमएमडीआर अधिनियम 2015 लागू हुआ जिससे खनित धातुओं के वितरण में पारदर्षिता आएगी।’’
कंपनी का वित्तीय वर्ष 2015 में रिकार्ड खनित धातु उत्पादन 887,000 टन रहा जो वर्ष के दौरान उत्कृष्ट निष्पादन कंपनी की खदान परियोजनाओं के सफलतापूर्वक संचालन से हुआ है।
कंपनी का वित्तीय वर्ष 2015 की चौथी तिमाही के दौरान खनित धातु का उत्पादन 269,000 टन रहा जो पिछली तिमाही में 242,000 टन था।
वर्ष 2014-15 के दौरान एकीकृत जस्ता, सीसा तथा चांदी का उत्पादन क्रमषः ३% ५% तथा ११% कम रहा है। पहली छःमाही के दौरान खनित धातु के उत्पादन तथा सिन्देसर खुर्द खदान में सिल्वर की मात्रा में कमी के परिणास्वरूप उत्पादन कम हुआ है।
कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2014-15 के दौरान 14,589 करोड़ रु. का राजस्व अर्जित किया जो गतवर्ष की इसी समान अवधि की तुलना में ८% अधिक है परन्तु चौथी तिमाही में गतवर्ष की तुलना में राजस्व 13 अधिक रहा है (4073 करोड़ रुपये)।
कंपनी ने वित्तीय वर्ष में (विभिन्न करों से पहले) 7,420 करोड़ रु. का लाभ अर्जित किया है जो गतवर्ष की इसी समान अवधि की तुलना में ७% की वृद्धि दर्शाता है। परन्तु चौथी तिमाही में उत्पादन लागत में कमी होन के परिणामरूप (विभिन्न करों से पहले) 1,978 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है जो गतवर्ष की तुलना में १४% की वृद्धि दर्षाता है।
कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2015 की चौथी तिमाही के दौरान 1,997 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। कंपनी ने वर्ष 2015 के दौरान 8,178 करोड़ रु. का शुद्ध लाभ अर्जित किया है जो गतवर्ष की तुलना में १८% अधिक है।
कम्पनी के निदेशक मण्डल ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए १२५% लाभांश घोषित किया है जो 2 रूपये के प्रति इक्विटी शेयर पर 2.50 पैसे होगा। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2015 में कुल लाभांष २२०% हो गया है जो 4.40 पैसे प्रति शेयर है तथा कंपनी के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक लाभांष है ।
कंपनी की सिन्देसर खुर्द का शाफ्ट सिंकिंग परियोजना का कार्य मेन शाफ्ट सिंकिंग के साथ लगभग पूर्ण हो गया है। विस्तारपरक आधारभूत परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है तथा उत्पादन निर्धारित समय 2018 के मध्य में प्रारंभ हो जाएगा।
कंपनी की रामपुरा-आगुचा भूमिगत खदान में शाफ्ट परियोजना से 650 मीटर गहराई से 950 मीटर गहराई तक पहुंचाने की योजना पर कार्य शुरू कर दिया है तथा कंपनी की ऑपन कास्ट भूमिगत खदान के विस्तार के साथ समग्र उत्पादन योजना सुचारू रूप से चल रही है।
कंपनी के लगातार चल रहे समन्वेषण कार्यकलापों के फलस्वरूप अयस्क भण्डारों एवं संसाधनों में वृद्धि हुई है। 31 मार्च, 2015 को कुल संसाधन एवं आरक्षित अयस्क भण्डार 375.1 मिलियन टन है, जिसमें 35.3 मिलियन टन जस्ता-सीसा धातु एवं 970 मिलियन ओन्स चाँदी विद्यमान है। खदानों की आयु 25 वर्ष है तथा खदानों में लगातार उत्पादन जारी है।