
उदयपुर। पिछले 48 घंटों की लगातार बारिश और 80 किलोमीटर की रफ़्तार से चली तेज हवाओं ने शहर का जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। राहत की बारिश अब आफत लगाने लगी है। पिछले 3 दिन में पांच इंच से ज्यादा पानी गिर गया है । झीले आने वाले तीन दिनों में लबालब होने वाली है । सीसारमा अपने पुरे वेग कभी 10 फिट तो कभी 15 फिट ऊपर बह रही है । मदार के दोनों तालाब छोटा और बड़ा ओवर फ्लो हो चुके है, और मदार नहर से पानी फतहसागर में आना शुरू हो गया है। शहर की सड़के जल मग्न है । और पुरे शहर की सडकों में गड्ढे पड़ गए है। तेज हवाओं से बड़े बड़े पेड़ धराशाई हो गए है। पेड़ बिजली के तारों पर गिराने से पुरे शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गयी है। हर क्षेत्र के लोग बिजली विभागों का घेराव कर प्रदर्शन कर रहे है।
उदयपुर की यह स्थिति :
सीसारमा के वेग से बहने से पीछोला में 18 घंटे में 4 फीट पानी आ गया। कल सुबह 8 बजे इसका गेज 3 फीट 2 इंच था, जो आज सुबह बजे ७ फिट ऊपर हाे गया। उधर, मादड़ी डैम (देवास-2) में 8 घंटे के दरमियान करीब 11 फीट पानी आने से जलस्तर 22 फीट हो गया। इसका पानी पीछोला में डायवर्ट कर दिया गया है। फतहसागर की करीबी पहाड़ियों से आवक होेने झील का जलस्तर चार इंच बढ़कर साढ़े तीन फीट हो गया है। मदार तनल से भी पानी आना शुरू हो गया है । मकान ढहने से परसाद के चणावदा में बच्ची की मौत हो गई। रात डेढ़ बजे तेज बारिश के साथ बिजली फिर गुल हो गई। बारिश को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है।
कलेक्टर रोहित गुप्ता ने सभी एसडीएम, तहसीलदार और बीडीओ को अपने क्षेत्र में नजर रखने और मुख्यालय नहीं छोड़ने को पाबंद किया है। कलेक्ट्री में बुधवार को प्रस्तावित राजस्व, नजूल संपत्ति और योजनाओं की रिव्यू मीटिंग भी स्थगित कर दी गई है।
सोम-कागदर व टीडी डेम छलका :
ऋषभदेव क्षेत्र का सोम-कागदर बांध आधा फीट तक छलका। टीडी बांध 3. 5 बजे छलका। झाड़ोल में कंथारिया रोड सुबह 11 बजे से जाम है। जयसमंद क्षेत्र में सात मकान ढहने से तीन घायल हो गए और 25 बाल-बाल बचे। जयसमंद-उदयपुर मार्ग पर पेड़ गिरने से 15 मिनट तक यातायात बाधित रहा। कोटड़ा में करीब चार इंच बारिश हुई।
सेई की पाल धंसी, गांव खाली कराए :
कोटड़ा और सुमेरपुर तहसीलों के बॉर्डर पर स्थित सेई डैम की पाल धंस जाने से मंगलवार काे डूब क्षेत्र के गांवों को खाली करा दिया गया। पाल टूटने की आशंका को देखते हुए मिट्टी डाली जा रही है। पाली जिले के जवाई डैम तक पानी ले जाने के लिए 6 किलोमीटर लंबी सुरंग है। कलेक्टर रोहित गुप्ता, एसपी राजेंद्र गोयल, गोगुंदा के एसडीएम सत्यनारायण आचार्य, बेकरिया थानाधिकारी रतन सिंह व विभाग के उदयपुर, पाली के अधिकारी मौके पर हैं।
मदार छोटा : 10 घंटे में पौने 8 फीट पानी
कैचमेंट में बारिश का दौर जमने से 21 फीट भराव क्षमता वाले मदार छोटा तालाब में 10 घंटे में करीब पौने आठ फीट पानी आ गया। इसका जलस्तर सुबह आठ बजे 13.9 फीट था। उधर 24 फीट भराव क्षमता वाले मदार बड़ा का जलस्तर 17 फीट हो गया है। बड़ी तालाब का जलस्तर 14 और पीछोला का करीब सवा तीन फीट हो गया है। सीसारमा नदी 10 फीट चलने से पीछोला में आवक तेज हो गई है। मादड़ी डैम का लेवल पौने 12 फीट हाेने पर पीछोला मेंं पानी डायवर्ट करने के लिए दोपहर में इसका गेट भी खोल दिया गया।
आज खुल सकते है लिंक नहर के गेट
जल संसाधन विभाग ने स्वरूप सागर-फतहसागर लिंक नहर के गेट खोलकर फतहसागर में पानी डायवर्ट करने की तैयारी कर ली है। इसके गेट कभी भी खोले जा सकते हैं। इससे पहले स्वरूप सागर के गेट खोले जाएंगे ताकि गंदा पानी बाहर निकल सके।
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