पोस्ट न्यूज़। देश में सफेद नगरी के नाम से प्रसिद्धि पा चुके राजसमंद में पिछले कुछ दिनों से होने वाले कारनामों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी है। इस शहर की सफेदी पर हैवानियत की भी हदें पार करने वाले हादसों ने ऐसा काला रंग छोड़ा कि शरीफाई की बात करने वाली यह धर्मनगरी लगातार बदनाम होती गई। लाईव मर्डर करने वाले शम्भू का खौफनाक मंझर अभी देश की आंखों से औझल भी नहीं हुआ था कि एक पिता की बर्बरता ने इस शहर को फिर से दागदार कर दिया। जीहां राजसमंद के देवगढ़ थाना क्षेत्र में एक कलयुगी पिता ने अपने चार साल के मासूम के गले में फंदा डालकर पहले तो उसे लटकाया और फिर बर्बरता से उसकी पिटाई करता गया। इतना ही नहीं 3 साल की बच्ची को भी इस दरिंदे ने नहीं बख्शा और दोनो का तब तक पीटता रहा जब तक की वह अधमरे न हो गए।
यह हादसा तो साबित करता है कि पीटने वाला शख्स बायलोजिकल ‘‘पिता’’ तो हो सकता है लेकिन यह पिता कहलाने के लायक भी नहीं है। पांच साल के मासूम के गले में फंदा डालकर उसे एक घण्टे तक लटकाए रखना, कहां का न्याय है। तीन साल की बच्ची को बर्बरता से पीटना कहां तक उचित है। मासूम अपनी जान बचाने के लिए फांसी न लग जाए इसलिए फंदे को पकडता रहा और जैसे ही पिता छड़ी बच्चे के नग्न कुल्हे पर मारता। बेबस अपने कांपते हातों से खुद को बचाने का प्रयास चींखते गिड़गिड़ाते हुए करता रहा। इस ‘राक्षक’ पिता की हरकतों को दुनिया भर में जिस किसी ने भी देखा उसकी रूह कांप उठी। बच्चों की गलती सिर्फ इतनी थी कि वह नींद में बिस्तर में ही टाॅयलेट कर देते थे।
राजसमंद के कलयुगी पिता की हरकत को विडिओ में जिस किसी ने भी देखा वह निषब्द हो गया, लेकिन नौ महिने तक कोख में रखने वाली कलयुगी मां ने इस बर्बरता के बाद भी अपने पति का साथ दिया और वह कह दिया जिसकी उम्मीद कम से कम उससे तो नहीं की जा सकती थी। एक मां कैसे अपने बच्चों की बेरहमी से पिटाई करने वाले इंसान को बचाने की कोशिश कर सकती है, या फिर हमारे समाज में पति की हर गलती को माफ कर देने की पत्नियों को आदत हो चुकी है। पत्नी ने मीडिया के सामने कहा कि सिर्फ एक थप्पड़ मारा। आखिर यह सफेद झूठ क्यों।
रूह कंपा देने वाली इस घटना को देखने के बाद तो यही लगता है कि संस्कारों की जरूरत आखिर किसको है। बच्चों की छोटी सी गलती की इतनी बड़ी सजा कहां तक उचित है। इस पूरे मामले में बाल संरक्षण आयोग की प्रदेषाध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने तुरन्त कार्रवाई करते हुए राजसमंद जिला ईकाई को मौके पर भेजा और पूरे मामले को खंगालने के निर्देष दिए। निर्देष मिलने के बाद समिति के सदस्य तुरन्त मौके पर पंहुचे और कार्रवाई षुरू कर दी।
मासूम बच्चों की बर्बरता से पिटाई का विडियो जैसे ही दुनियाभर में वायरल हुआ। बाल संरक्षण आयोग सहित सरकार ने भी तुरन्त कार्यवाई करते हुए ‘राक्षक’ पिता को तुरन्त गिरफ्तार करने के आदेष दे डाले। इस पर राजसमंद की देवगढ़ पुलिस ने अपनी पूरी ताकत लगा दी और चार घण्टों की मषक्कत के बाद आखिर इस हैवान को सींखचों के पीछे डाल ही दिया। आरोपी का नाम चैन सिंह बताया जा रहा है जो देवगढ़ के फुतिया गांव का रहने वाला है और इसके पांच बेटियां और एक बेटा है।