उदयपुर। पटेल आंदोलन की अगुवाई करने वाले हार्दिक पटेल करीब 9 महीने बाद जेल से रिहा हुए हैं। उन्हें तड़ीपार किया गया है। वे छह महिने का समय उदयपुर में गुजारेगें। हार्दिक पटेल ने बताया कि उनका अस्थाई पता आज से ही १९० श्रीनाथ नगर, माउंट व्यू स्कूल एयरपोर्ट रोड, धाऊजी की बावड़ी, उदयपुर (राजस्थान) रहेगा। यह मकान मावली के पूर्व कांगेस विधायक पुष्कर डांगी का है। वे राजस्थान पटेल संघ के अध्यक्ष है। हार्दिक पटेल को ४८ घंटे में गुजरात छोडऩा है। वे रविवार को सुबह उदयपुर आ सकते है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को उनकी रिहाई से पहले सूरत की सेंट्रल जेल के बाहर समर्थकों का हुजूम उमड़ पडा। जेल से बाहर आते ही समर्थकों ने पटेल को गोद में उठा लिया और उनके समर्थन में खूब नारे लगाए। इस दौरान हार्दिक और समर्थकों के चेहरे की खुशी देखते ही बन रही थी। लेकिन, हार्दिक के तेवर कम होते नहीं दिख रहे है। जेल से निकलने के बाद हार्दिक पटेल ने कहा, पहले अपनी मांग प्यार से रखेंगे, मेरी कार्य पद्धति बदल जाएगी, लेकिन तेवर यही रहेंगे। हार्दिक के स्वागत में गुजरात के कई शहरों में जगह-जगह पर पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में लिखा है गब्बर इज बैक। सूरत के एक जेल से रिहाई से एक दिन पहले पुलिस ने गुरुवार को पाटीदार अनामत आंदोलन समिति को रोड शो करने की इजाजत दे दी। हार्दिक पटेल शुक्रवार सुबह 11 बजे जेल से रिहा हुए। ४८ घंटे गुजरात में रहेगें उसके बाद रविवार को उदयपुर आजएंगे। सूत्रों की माने तो अब पटेल आरक्षण आंदोलन का केंद्र उदयपुर रहेगा। आने वाले दिनों में हार्दिक पटेल से कई बड़े बड़े नेता के मिलाने आने की उम्मीद है। हार्दिक के तदीपारी के दौरान उदयपुर में रहने का एक यह भी कारण है की उदयपुर गुजरात से सत्ता हुआ है। यहाँ से लोगों को आने में भी आसानी रहेगी।