उदयपुर. गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के पहले ही सियासी दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। गुजरात में अपनी सियासी जमीन हासिल करने के लिए आप पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल ने पाटीदार आंदोलन के संयोजक हार्दिक पटेल को रिझाना शुरू कर दिया है। केजरीवाल द्वारा पिछले कई दिनों से हार्दिक पटेल के द्वारा ट्विटर पर डाले गए कई मुद्दों पर खूब री-ट्वीट किया जा रहा है।
गुजरात की भाजपा चाहती हे की गुजरात में उनकी ही तानाशाही चलनी चाहिये.नई पार्टी ओर व्यक्ति को संविधान के आधार पर भी काम नहीं करने देती भाजपा.
कयास ये लगाए जा रहे हैं कि आप पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल, हार्दिक पटेल के माध्यम से गुजरात में पटेल वोटों को अपने पक्ष में करने के लिए सोशल मीडिया पर उसकी पीठ थपथपा रहे हैं। गौरतलब है कि केजरीवाल 16 अक्तूबर को गुजरात के सूरत में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसलिए केजरीवाल हार्दिक पटेल को अपने साथ रखकर गुजरात में अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे हुए हैं। हालांकि अरविन्द केजरीवाल द्वारा ट्विटर पर बढ़ रही नजदीकियों के सवाल को लेकर हार्दिक पटेल ने साफ कर दिया कि ट्विटर पर किसी से कोई संबंध नहीं बनते हैं।
हार्दिक ने साफ किया कि उनकी राजनीति में आने की अभी उम्र नहीं है, वे सिर्फ अभी समाज के लिए काम करेंगे। हार्दिक ने अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा की अगर अब बीजेपी द्वारा पटेल समाज पर अत्याचार किया गया तो पिछली बार सूरत रैली में अमित शाह का 3 मिनट का भाषण हुआ था इस बार 1 मिनट का भी नहीं देंगे।