Udaipur.झाड़ोल। उपखंड क्षेत्र के कीरट गांव में सोमवार को फॉल्ट दुरूस्त करने बिजली के खम्भे पर चढ़ा विद्युत वितरण निगम का लाइनमैन करंट की भेंट चढ़ गया। करंट के झटके के बाद वह आधे घंटे तक खम्भे से चिपका तड़पता रहा लेकिन अधिकारियों ने उसके साथी का फोन रिसीव नहीं किया। आखिरकार लाइनमैन धड़ाम से गिरा और उसके प्राण पखेरू उड़ गए। इधर, हादसे की सूचना पाकर उदयपुर से मौके के लिए रवाना हुआ एक एईएन रास्ते में कार पलटने से गंभीर घायल हो गया। अचेत हालत में उसे उदयपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मामले के मुताबिक ढीकलिया विद्युत लाइन में खराबी की शिकायत पर सुबह लगभग 11 बजे विद्युत निगम का लाइनमैन सालूखेड़ा निवासी 30 वर्षीय काउवा लाल पुत्र वेला राम बोदरिया अन्य लाइनमैन खेमराज गायरी के साथ कीरट पहुंचा था। लूणियारा जीएसएस से दमाणा वाली लाइन का शट डाउन लेकर मौके पर पहंुचा काउवा वहां थावरा के खेत में खंभे पर चढ़का फॉल्ट ठीक कर रहा था। इस दौरान तार छूते ही उसे करंट का झटका लगा और वह खंभे से चिपक गया।
आधे घंटे तड़पने के बाद वह धड़ाम से जमीन पर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। इस दौरान साथी लाइनमैन खेमराज ने विभागीय अधिकारियों से मोबाइल पर सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन देर तक किसी ने कॉल रिसीव नहीं की। बाद में सम्पर्क होने पर खेमराज ने माजरा बताया। इस बीच मृतक के परिजन और आसपास के ग्रामीण मौके पर जुट गए।
देना पड़ा नौकरी का आश्वासन
आक्रोशित लोगों ने अधिकारियों को बुलाने की मांग करते हुए पुलिस को शव नहीं उठाने दिया। पुलिस परिजन को समझाती रही लेकिन 3 घंटे तक विभाग का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। तीन घंटे बाद विभागीय अधिकारियों ने मृतक की पत्नी को नौकरी देने सहित अन्य लाभ दिलाने का आश्वासन दिया तब जाकर परिजन ने शव उठाने दिया। ब्राह्मणों का खेरवाड़ा के मोहन लाल धांगी की मध्यस्थता से हुई वार्ता के बाद झाड़ोल सीएचसी में पोस्टमार्टम कराकर शव शाम को परिजन के सुपूर्द कर दिया गया। विभागीय सूत्रों का कहना था कि गलत लाइन पर शट डाउन लेने और विद्युत प्रवाह वाली लाइन पर चढ़ जाने के कारण हादसा हुआ।
ढाई वर्ष पहले लगा था
बताया गया कि काउवा का पिता वेलाराम भी विद्युत निगम में लाइनमैन था। बीमारी से उसकी मौत के बाद काउवा ढाई साल पहले ही निगम में नौकरी पर लगा था। दो पुत्र व दो पुत्रियों का पिता काउवा 6 माह पहले ही स्थायी हुआ था।