उदयपुर। महाराणा प्रताप के सेनापति हाकिम खान सूर की मजार बुधवार सुबह टूटी हुई मिली उस पर मार्बल की पट्टियाँ उखड़ी हुई थी और एक कोना टुटा हुआ था. इस घटना से हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदाय में काफी रोष है। रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इधर, ग्रामीणों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की भी मांग की थी।
मजार पर हुई तोड़फोड़ को लेकर पुलिस को उसी क्षेत्र के एक पागल पर संदेह है। पुलिस का मानना है कि पिछले कुछ दिनों से पागल घूम रहा था उसी के द्वारा यह काम किया गया है। घटना को लेकर कसबे में किसी तरह का तनाव नहीं है। मुस्लिम समुदाय के लोगों को स्थानीय किसी अन्य समुदाय के लोगों पर शक नहीं है। हाकिम खान सूर में दोनों समुदाय के लोग़ों की आस्था है।
महाराणा प्रताप के सेनापति जिन्होंने अकबर की सेना के खिलाफ हल्दी घाटी के युद्ध में लड़ते हुए शहीद हुए हाकिम खान सूर की मजार का एक कोना कल सुबह टूटा हुआ मिला था। मजार पर से चादर भी हटी हुई थी। हकिम खान सूर की मज़ार हल्दीघाटी की मुख्य चढ़ाई के साइड में ही स्थित है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत मजार को ठीक करवाया और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकसमा दर्ज कर छान बिन शुरू कर दी थी। खमनोर पुलिस थाना अधिकारी महेश मीणा ने बताया की कल दिन भर की पूछताछ और जांच के आधार पर आशंका है कि पिछले कुछ दिनों से कसबे में एक पागल घूम रहा था। कसबे के दूकान दारों ने ही बताया कि कल सुबह उस पागल को मजार की तरफ जाते हुए देखा था। कुछ अन्य लोगों ने भी पागल को मजार के आसपास ही देखा था। शंका जताई जारही है की मजार को नुकसान उसी पागल द्वारा पहुचाया गया है। फिर भी पुलिस हर पहलु को देखते हुए जांच कर रही है।
स्थानीय मुस्लिम समुदाय का भी मानना है की हकिम खान सूर को लेकर दोनों धर्मों के लोगों की आस्था है। हकिम खान सूर की मजार पर हर वर्ष कौमी एकता के कार्यक्रम भी आयोजित होते है जिसमे दोनों समुदाय के लोग भाग लेते है। स्थानीय मुस्लिम लोगों का कहना है की कोई भी स्थानीय हिन्दू या अन्य धर्म का कोई व्यक्ति यह काम नहीं कर सकता। या तो यह काम उसी पागल का है या फिर किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा यह शरारत की गयी है। पुलिस ने दोनों समुदाय के गणमान्य लोगों को पुलिस थाने बुला कर वार्ता भी की है । पुलिस ने आश्वाशन दिलाया है की कसबे में शांति बानी रहे और इसमें कोई भी दोषी होगा वह जरूर पकड़ा जाएगा।