उदयपुर, ट्रेड युनियन द्वारा मंहगाई भ्रष्टाचार सहीत दस सूत्रीय मांगों को ले कर राष्ट्र व्यापी हड़ताल का असर उदयपुर संभाग में दुसरे दिन भी रहा बेंक बंद रहे , बसों का सञ्चालन भी ठप्प रहा । और ओद्योगिक संस्थानों में ताले लगे रहे ।
संभाग की सभी ओद्योगिक इकाइयों में सन्नाटा पसरा रहा वही बेंकों में कोई कारोबार नहीं हुआ निजी बेंक भी नहीं खुले समाशोधन गृह बंद रहने से करीब २५० करोड़ के २१०० ड्राफ्ट और चैक अटके रहे । बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी सुबह ९ बजे एचडीऍफ़सी बैंक दुर्गा नर्सरी के बहार एकत्र हो कर वहां जम कर प्रदर्शन किया व् वहां से विभिन्न टोलियों में निकल कर शहर के सभी क्षेत्रों में सरकारी और निजी बेंक बंद करवा कर देहली गेट बेंक चोराहे पहुच कर बेंक तिराहे पर जम कर प्रदर्शन किया तथा युनियन के नेताओं ने सभा को संबोधित करते हुई सरकार के खिलाफ जम कर नारे बजी की ।इधर सुखाडिया विशव विद्यालय सहायक कर्मचारी एवं महाराणा प्रताप शैक्ष्नेत्तर कर्मचारी संघ द्वारा राष्ट्र व्यापी हड़ताल का समर्थन करते हुए मुख्य मंत्री के नाम ज्ञापन प्रस्तुत किया ।
आल इंडिया इंश्योरेंस एम्प्लाइज ने भी सरकार की श्रमिक विरोधी निति के विरोध में काम काज बंद कर रैली निकाली ।
दो दिन से रोडवेज बस स्टेंड उदियापोल पर सन्नाटा पसरा हुआ है बहार जाने वाले यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पद रहा है । दुसरे वैकल्पिक वहां जीप और रेलवे स्टेंड पर यात्रियों की खासी भीड़ नजर आई ।रोडवेज से जुड़े अधिकारियों, ड्राइवरों और कंडक्टरों द्वारा हड़ताल को समर्थन देने से रोडवेज बसें दूसरे दिन गुरुवार को भी नहीं चल पाई। आगार प्रबंधक एसके भट्ट के अनुसार रोजाना यहां से 326 बसें रवाना होती हैं, जिससे रोडवेज को करीब 11 से 12 लाख रुपए का राजस्व मिलता है लेकिन दो दिन बसों के नहीं चल पाने के कारण निगम को करीब 23 से 24 लाख रुपए का नुकसान हुआ।
थम गया ट्रांसपोर्ट कारोबार
इंटक, भारतीय मजदूर संग, सीटू, हिंद मजदूर सभा और एटक के संयुक्त तत्वावधान में आज दूसरे दिन भी उदयपुर के सारे औद्योगिक क्षेत्रों में कार्य नहीं चलने दिया गया। औद्योगिक इकाइयों में सन्नाटा पसरा रहने तथा उत्पादन ठप होने के कारण करीब एक हजार ट्रकों में क्रलोडिंगञ्ज-क्रअनलोडिंगञ्ज नहीं हो पाई। दी उदयपुर ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाइजेश के अध्यक्ष चंचलकुमार अग्रवाल ने बताया कि बड़ी संख्या में ट्रकों के चक्के थमे रहे।
राजस्थान इंटक के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय सचिव जगदीशराज श्रीमाली सहित भामसं के लोकेंद्र सिंह, सीटू के पीएल श्रीमाली, एटक के सुभाष श्रीमाली, हिंद मजदूर सभा के राजेंद्र मिश्रा के अलावा केएल मालवीय, नारायण गुर्जर, अमरसिंह सांखला, रÈीक मोहम्मद, मेघराज तावड़, बीएल सिंघवी, हीरालाल सालवी, विजयशंकर कुमावत, प्रतापसिंह, खुशवेंद्र कुमावत, महेश उपाध्याय, वेणीराम सालवी, मोहन सियाल, सुनील चौधरी, हिम्मतसिंह, रोशन गायरी, हनीÈ मोहम्मद, दयाल सिंह, सुरेश अजमेरा, मदन प्रजापत, कृष्णा तिवारी के साथ महिला कर्मचारी चौसर देवी, प्रेमलता सोनी, शांता देवी, सुंदर देवी, लक्ष्मी बाई, सुमन कुंवर ने भी हड़तालियों का नेतृत्व किया।