डूंगरपुर. निकाय चुनाव के तहत डूंगरपुर नगर परिषद में भाजपा प्रत्याशी के के गुप्ता सभापति बने, वहीं सागवाड़ा में निर्मला अहारी अध्यक्ष बनीं। दोनों निकायों में वार्ड 23 से निर्वाचित सदस्य को अपने-अपने शहर की कमान मिली है।
डूंगरपुर में सभापति के लिए शुक्रवार को भाजपा से गुप्ता तथा कांगे्रस से अंसार अहमद ने पर्चा दाखिल किया। मतदान से गुप्ता को 22 और कांगे्रस के अहमद को आठ वोट मिले। यहां भाजपा के एक पार्षद ने कांग्रेस को वोट दे दिया, लेकिन इसका परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ा। इधर, सागवाड़ा नगर पालिका में भाजपा की निर्मला अहारी विजयी रही। उनके सामने कांग्रेस की मेघा बामणिया प्रत्याशी थीं। निर्मला को 18 तथा मेघा को सात वोट मिले।
कार्यकर्ताओं में अपार उत्साह
निकाय चुनाव में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपार उत्साह नजर आया। कार्यकर्ताओं ने जीत के बाद विजेताओं को फूलमालाओं से लाद दिया। जमकर नारेबाजी की। डूंगरपुर में तो कार्यकर्ताओं ने नए सभापति को कांधों पर भी उठा लिया। नगर परिषद परिसर और उसके बाहर भी कार्यकर्ताओं और आमजन का भी जमावड़ा रहा। नगर परिषद के 30 वार्डों के लिए हुए चुनाव में भाजपा के 22, कांगे्रस के सात और एक निर्दलीय ने जीत हासिल की थी। सभापति के लिए भाजपा से वार्ड 23 से निर्वाचित केके गुप्ता तथा कांगे्रस से अंसार अहमद ने रिटर्निग अधिकारी सिद्धार्थ सिहाग के समक्ष पर्चे दाखिल किए। जांच में उनके पर्चे सही पाने और किसी के भी नाम वापस नहीं लेने से वोटिंग होना तय हो गया। अपराह्न तीन बजकर नौ मिनट पर विधायक देवेन्द्र कटारा के निर्देशन में भाजपा के सभी पार्षद बस से नगर परिषद पहुंचे और सुंदरसिंह भंडारी सभाभवन में बनाए मतदान कक्ष में मतदान किया। पहला वोट प्रत्याशी गुप्ता ने ही डाला। मतदान के बाद पार्षदों को बस से अज्ञात स्थान ले जाया गया, गुप्ता वहीं मौजूद रहे।
एक घंटा इंतजार
भाजपा पार्षदों के मतदान के करीब एक घंटा बाद चार बजकर 18 मिनट पर कांगे्रस के पार्षद पहुंचे और वोट डाला। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ताराचंद भगोरा, जिलाध्यक्ष प्रियकांत पण्ड्या, पूर्व मंत्री दयाराम परमार असरार अहमद, नगर अध्यक्ष शार्दूल चौबीसा आदि परिसर में मौजूद थे। वोटिंग के बाद मतगणना में गुप्ता को 22 तथा अहमद को आठ वोट मिले।
गलती हो गई…
मतदान के दौरान भाजपा के ही एक पार्षद ने कांगे्रस प्रत्याशी को वोट दे दिया। शीघ्र ही उसे अपनी गलती का अहसास हो गया और वह इसे बोल पड़ा। एक मात्र निर्दलीय ने भी भाजपा का ही दामन थामा। इससे भाजपा के खाते में 22 वोट आए। वहीं कांगे्रस को एक वोट का इजाफा हो गया।
पहले ही नारेबाजी
भाजपा पार्षदों के मतदान के बाद प्रत्याशी गुप्ता के परिषद परिसर में पहुंचने पर समर्थकों व कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। उन्हें कांधे पर उठा लिया और फूलमालाओं से लाद दिया, जबकि कांगे्रस के पार्षदों की वोटिंग, मतगणना, शपथ लेनी आदि शेष थी।
प्रत्याशी चयन से पूर्व गरमाई सियासत
डूंगरपुर निकाय चुनाव की सरगर्मियों के साथ भाजपा में शुरू हुआ घमासान सभापति चुनने से ठीक पहले तक जारी रहा। रातभर विरोध-प्रतिरोध के बाद शुक्रवार को नामांकन से करीब दो घंटे पहले सभापति का नाम तय हो पाया। हालांकि अब भी सियासी भूचाल थमा नहीं है। उप सभापति पद को लेकर भी हो हल्ला मचा हुआ है। नामांकन से पहले ही भाजपा में घमासान शुरू हो गया था। टिकट वितरण को लेकर कोर कमेटी को कटघरे में रखते हुए कार्यकर्ता आलाकमान तक पहुंच गए थे। असंतुष्टों को शांत करने के लिए पार्टी ने ऐनवक्त पर कुछ टिकटों का फेरबदल भी किया। गुरुवार को परिणाम घोषित होने के बाद से एक बार फिर घमासान छिड़ गया। एक धड़ा वार्ड 23 से पार्षद के.के.गुप्ता को सभापति पद का प्रत्याशी बनाने की मांग पर अड़ गया, जबकि पार्टी के ही कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधि इसके पक्ष में नहीं थे। विजयी पार्षदों, चुनाव प्रभारी मांगीलाल जोशी सहित कुछ पदाधिकारियों की मौजूदगी में उदयपुर में बैठक चली। डूंगरपुर में भी एक खेमा इसके लिए लामबंद होता रहा। जिले के विधायकों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। रातभर इसी मसले पर चर्चा होती रही। विजयी पार्षदों में से अधिकांश ने गुप्ता का समर्थन किया। इस पर पार्टी ने शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे गुप्ता के नाम पर मुहर लगाई। अब उपसभापति पद के प्रत्याशी को लेकर भी ऊहापोह की स्थिति है।
अहारी सबसे युवा अध्यक्ष
सागवाड़ा. सागवाड़ा नगरपालिका के इतिहास में वार्ड 23 से निर्वाचित निर्मला अहारी सबसे युवा अध्यक्ष बनी हैं। उन्होंने कांग्रेस की मेघा बामणिया को 18-7 के अंतर से हराया। सुबह दोनों प्रत्याशियों ने रिटर्निंग अधिकारी दीपेन्द्रसिंह राठौड़ के समक्ष अपने पर्चे दाखिल किए। दोपहर बाद भाजपा एवं कांगे्रस के पार्षद घेराबन्दी के बीच पालिका पहुंचे एवं वोट डाले। पहले भाजपा के पार्षद विधायक अनिता कटारा, नगर अध्यक्ष विजय जैन, नारायणलाल दर्जी, प्रभारी भवानी जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष चुन्नीलाल गरासिया के साथ पहुंचे। वहीं कांग्र्रेस पार्षद सुरेन्द्र बामणिया, बन्धु पाठक, ललित पंचाल के साथ पहुंचे। जीत की घोषणा के बाद कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए गुलाल लगाकर फूलमालाएं पहनाई। अहारी ने वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद लिया। इधर, मतदान के बाद भाजपा के पार्षदों को अज्ञात स्थान पर ले गए।