उदयपुर। शहर भाजपा में सभाएं मान मनव्वल और रूठों को मानाने का दौर शुरू होगया है। एक तरफ ब्राह्मण, राजपूत और कुछ युवा संगठन प्रतिपक्ष नेता v शहर से भाजपा के प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया का विरोध कर रहे है । वहीं कटारिया ने भू रूठों को मानाने का मन बना लिया है। और अलग अलग समाज आकर कटारिया का स्वागत कर रहे है।
पिछले तिन सालों से कटारिया का खुल कर बगावत करने वाला कमल मित्रमंडल के दर पर आखिर कार आज कटारिया को उन्हें मानाने के लिए पहुचना पड़ा । हालाकिं यह १५ मिनट कि मुलाकात ३ साल कि दूरियों को नहीं पाट सकी और दोनों तरफ से महज ओपचारिकता हुई । जहा कटारिया ने सबको साथ लेकर चलने का फ़र्ज़ निभाया तो कमल मित्र मंडल के बागियों ने भी पार्टी के सिपाही होने का दम भरा और पार्टी के साथ वफादारी कायम राखी । लेकिन गुलाबचंद कटारिया से दोस्ती नहीं होसकी ।
सविना स्थित ताराचंद जैन कि वाटिका में कटारिया ने आज सुबह पहुच कर महज १५ मिनट में अपनी ओपचारिकता पूरी की साथ ही मिडिया को वहाँ देख कर कटारिया कुछ तल्ख़ भी हुए और वहाँ जमा कमल मित्र मंडल से कहा कि यहाँ तुमने मिडिया इसलिए बुलाया है । कि यह बताना चाहते हो कि गुलाबचंद कटारिया तुम्हारी चोखट पर आया है नाक रगड़ने के लिए । भाईसाब कि इस बात पर कोई कुछ नहीं बोला बस मंडल के मुखिया तारा चाँद जैन ने कहा कि मिडिया को यहाँ हमने नहीं बुलाया है । मिडिया को हर बात पहले से ह पता होती है यहाँ तक की जब आप मेरे घर आये थे और आपसे मांगीलाल जोशी ने कॉल पर बात कीथी वो बात भी मिडिया को पता थी।
महज पन्द्रह मिनट चली बैठक में कोई कुछ नहीं बोल पाया सिर्फ दिनेष माली ने ही यह कहा कि चुनाव तक सभी आपके साथ है। बाकी बात बाद में करेंगे। पन्द्रह मिनट चली इस मान मनौव्वल की बैठक के बाद कटारिया सभी को एक होने की अपील करते हुए रवाना हो गए। कटारिया को गाड़ी तक छोडने भी सिर्फ तीन लोग ही अपनी कुर्सी से खड़े हुए जिनमें विजय आहूजा,राजेष वैश्णव और फारूख हुसैन षामिल है। बैठक में रविन्द्र श्रीमाली, बलवीर दिग्पाल, अनिल सिंघल,अर्चना षर्मा,जगदीष षर्मा,सुशमा चैहान जैसे बड़े नाम भी षामिल थी जो पार्टी में अपना दमखम रखते है।
कटारिया निकले रूठों को मानाने
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